
नईदुनिया न्यूज, खरगापुर। खरगापुर थाना क्षेत्र के गुना गांव में एक 17 वर्षीय नाबालिग लड़की की मौत होने के बाद अब मामला तूल पकड़ गया। पुलिस थाना पहुंचे मृतक के स्वजनों के साथ अभद्रता होने से वह नाराज हो गए थे और धक्का देकर कुएं में गिराने का आरोप लगा रहे थे। ऐसे में कुएं में गिरने से मौत के बाद अब गुस्साए लोगों ने खरगापुर नगर के हनुमान चौराहा पर चक्काजाम कर दिया। जहां पर मौके पर पुलिस के विरोध में नारेबाजी की गई। करीब दो घंटे तक जाम लगा रहा और बाद में एसडीओपी राहुल कटरे ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाइश दी। इसके बाद चार लोगों के विरुद्ध आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
मृतिका के पिता नरेंद्र पुत्र गुलुवा यादव (50) ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि रविवार की देर शाम सेवा यादव, गुलाब यादव, अनिल यादव, सत्तू यादव द्वारा लकड़ियां उठाने को लेकर मृतिका नाबालिग की मां सुकनाबाई के साथ लाठी डंडों से मारपीट कर दी गई थी। इसी बीच आरोपितों ने मौके पर मौजूद नाबालिग 15 वर्षीय अंजू यादव के साथ मारपीट की बात कही, तब वह अपनी जान बचाकर भागी, तो वहां पड़ने वाले बदिया के कुएं में गिर गई। इससे कुएं में डूबने से 15 वर्षीय लड़की की मौत हो गई।
आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज करने के लिए स्वजन पुलिस थाना पहुंचे, लेकिन वहां पर मामला दर्ज नहीं हुआ। तभी पुलिस द्वारा मामला दर्ज नहीं करने से स्वजन नाराज हो गए। नाराज स्वजनों ने हनुमान चौराहा पहुंचकर चक्काजाम करते हुए शव रख दिया। इसके बाद ही हड़कंप मच गया और खरगापुर के साथ ही आसपास के पुलिस थाना से पुलिसबल बुलाया गया। एसडीओपी ने मौके पर पहुंचकर बातचीत की और समझाइश दी, लेकिन स्वजन एफआइआर की मांग पर अड़े रहे।
चक्काजाम के चलते दो घंटे तक समझाइश का दौर चला। लेकिन मृतक के स्वजन मानने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद पुलिस ने चार आरोपितों के विरुद्ध बीएनएस की धारा 107, 3(5) के तहत मामला दर्ज कर रिपोर्ट की प्रति उपलब्ध कराई। तब चक्काजाम करने वाले लोग माने और शव का अंतिम संस्कार करने की बात कही। करीब दो घंटे तक यह पूरा घटनाक्रम हनुमान चौराहा पर चलता रहा।
स्वजन लड़की के शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खरगापुर लेकर पहुंचे, जहां डाक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम के बाद एक बार फिर स्वजनों ने शव लेने से मना कर दिया और मांग करने लगे। जब तक एफआइआर नहीं होगी, तब तक हम शव लेकर नहीं जाएंगे। इसके बाद जब एफआइआर हुई, तब पुलिस की निगरानी में गांव में अंतिम संस्कार किया। साथ ही अब पुलिस ने आरोपितों की तलाश भी शुरु कर दी है।