
- पुलिस ने महिला के झूठ को भांपते हुए तत्काल बच्चे को तालाब के बाहर ढूढा, अब सात लोगों पर मारपीट का मामला दर्ज
नईदुनिया प्रतिनिधि, टीकमगढ़। मोहनगढ़ में मत्स्याखेट (मछली पकड़ने) को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। रविवार को हुए एक ताजे घटनाक्रम में समिति के सदस्यों और स्थानीय लोगों के बीच तीखी झड़प हो गई। विवाद इतना बढ़ गया कि महिलाओं ने छह वर्षीय बालक के तालाब में डूबने की झूठी कहानी गढ़ दी, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
हालांकि, मौके पर पहुंची पुलिस ने सूझबूझ दिखाते हुए बच्चे को दूसरे स्थान से खोज निकाला और झूठ का पर्दाफाश किया। इस घटनाक्रम के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों पर मारपीट और अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
दरअसल, मोहनगढ़ तालाब में मत्स्याखेट हाईकोर्ट के आदेश के तहत समिति द्वारा प्रारंभ किया गया था। लेकिन स्थानीय राजनीतिक हस्तक्षेप और व्यक्तिगत स्वार्थों के चलते इस प्रक्रिया में लगातार अड़चनें आ रही हैं। जिले में 14 जून से मत्स्याखेट पर प्रतिबंध के कलेक्टर विवेक श्रोत्रिय द्वारा जारी आदेश के बाद समिति जल्दबाजी में मत्स्याखेट में जुट गई है। इसी कड़ी में रविवार को जब तालाब में जाल डालकर मछली पकड़ी जा रही थी, तभी दूसरे पक्ष के लोग भी तालाब से मछली निकालने लगे।
जब समिति के सदस्यों ने इसका विरोध किया, तो दूसरे पक्ष ने महिलाओं को बुलाया, जो नाव में सवार होकर तालाब के उस हिस्से में पहुंच गईं जहां समिति द्वारा जाल डाला गया था। महिलाओं ने वहां जाकर जाल काट दिया, जिससे विवाद और बढ़ गया। स्थिति बिगड़ती देख मोहनगढ़ पुलिस के साथ-साथ चंदेरा, दिगौड़ा और लिधौरा से भी पुलिस बल बुलाना पड़ा। टीआई कमल सिंह ठाकुर ने मौके पर पहुंचकर मत्स्याखेट की प्रक्रिया तत्काल बंद कराई और दोनों पक्षों को समझाइश दी।
विवाद को और अधिक तूल देने के उद्देश्य से महिलाओं ने छह वर्षीय बंटी केवट के तालाब में डूबने की झूठी कहानी फैला दी। इससे न केवल लोगों में हड़कंप मच गया बल्कि पुलिस भी परेशान हो गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीओपी अभिषेक गौतम खुद मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। पुलिस ने गहराई से छानबीन की तो पता चला कि बच्चा तालाब में नहीं बल्कि तालाब के पास ही एक स्थान पर छिपा हुआ था। पुलिस ने उसे ढूंढकर सकुशल स्वजनों को सौंपा और उसका बयान दर्ज किया।
टीआई कमल सिंह ठाकुर ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम में समिति के तीन सदस्यों और दूसरे पक्ष के सात लोगों (महिलाओं सहित) के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। सभी के खिलाफ मारपीट, सार्वजनिक व्यवस्था भंग करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने जैसे आरोप लगाए गए हैं। फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों की तलाश कर रही है।
मोहनगढ़ तालाब से मछली पकड़ने का विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। स्थानीय राजनीतिक हस्तक्षेप, मत्स्य समितियों की आपसी खींचतान और प्रशासनिक आदेशों की अनदेखी से यह मामला अब पुलिस और प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन चुका है। इससे पहले भी इस मामले को लेकर कई बार विवाद हो चुका है और कुछ युवकों पर एफआईआर भी दर्ज की जा चुकी है। पुलिस अब स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए तालाब पर नजर बनाए हुए है।