
नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। भारतीय रेलवे अपने कर्मचारियों (RPF, GRP, पोर्टर, TTE, फ्रंटलाइन स्टाफ) को CPR (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) और प्राथमिक उपचार की ट्रेनिंग समय समय पर देता रहता है, ताकि आपात स्थिति में यात्रियों और सहकर्मियों की जान बचाई जा सके, जिसमें चेस्ट कंप्रेशन और बचाव सांस देना सिखाया जाता है, ताकि वे स्टेशन या ट्रेन में किसी की जान बचाने में सक्षम हों।
ऐसी ही एक घटना 21 दिसंबर, 2025 को शाम लगभग 5:30 बजे उज्जैन रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 6 पर नर्मदा एक्सप्रेस के कोच A1 के सामने देखने को मिली। ट्रेन नंबर 18233 के कोच A1 के सामने से जर्नल बोगी की ओर दौड़ते समय एक यात्री गश्त खाकर गिर गया। कोच A1, कोच HA1 से जुड़ा हुआ था, और उसके बगल में जनरल डिब्बा था, जिसमें यात्री चढ़ना चाहता था। यात्री के पास उज्जैन से अनूपपुर जंक्शन तक का जनरल टिकट नंबर 63928769 था।
यात्री को हार्ट अटैक आया था। किसी का इंतजार किए बिना, कृपाशंकर पटेल, जो एक समर्पित रेलवे कर्मचारी, इंदौर में मुख्य टिकट निरक्षक है और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित पहलवान हैं, मैंनिंग ड्यूटी A1, HA1, B5, B4, B3 पर तैनात कृपाशंकर पटेल ने तुरंत यात्री को CPR देना शुरू कर दिया। यात्री की नब्ज कमजोर थी, लेकिन जैसे ही कृपाशंकर पटेल ने CPR देना शुरू किया, यात्री को खांसी आई और उसकी पल्स रेट नॉर्मल होने लगी। तुरंत CMI कंट्रोल रतलाम को मैसेज भेजा गया, जिसने भरोसा दिलाया कि डॉक्टर को भेजा जा रहा है।
आमिर खान के कुश्ती कोच, दंगल गुरु कृपाशंकर ने रेलवे में ड्यूटी के दौरान CPR देकर एक यात्री की जान बचाई। pic.twitter.com/N6XNeWBDjP
— NaiDunia (@Nai_Dunia) December 22, 2025
हालांकि, देरी देखकर, उसके दूसरे साथी यात्री ने फैसला किया कि आदमी को ट्रॉली से स्टेशन के बाहर अस्पताल ले जाना सबसे अच्छा होगा। इस तरह, भारतीय रेलवे के फ्रंटलाइन कर्मचारियों को दी गई CPR ट्रेनिंग बहुत काम आई और एक यात्री की जान बच गई। हालांकि, यह साफ नहीं है कि अस्पताल ले जाने के बाद यात्री की हालत कैसी थी।
नर्मदा एक्सप्रेस में ड्यूटी पर मौजूद CTI कृपाशंकर पटेल के काम से यात्री बहुत खुश थे और उन्होंने उनके प्रयासों की तारीफ की। कृपाशंकर ने उन्हें बताया कि रेलवे कर्मचारियों को रेलवे विभाग से इस तकनीक की ट्रेनिंग मिलती है। कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (CPR) एक ऐसी तकनीक है जिसमें जब किसी मरीज़ का दिल धड़कना बंद कर देता है, तो खून का बहाव बनाए रखने के लिए छाती पर बाहरी दबाव डाला जाता है। जब किसी व्यक्ति का दिल पंप करना बंद कर देता है, तो दिल और दिमाग तक खून पहुंचाने के लिए दिल पर बाहरी दबाव डाला जाता है। इससे यात्री की हालत कुछ समय के लिए स्थिर हो जाती है, और फिर उसे तुरंत अस्पताल ले जाया जा सकता है या डॉक्टर की देखरेख में रखा जा सकता है।
कृपा शंकर पटेल बिश्नोई (जन्म 5 अगस्त 1977) एक भारतीय पहलवान और कोच हैं। उन्हें अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। उन्होने दंगल फिल्म के लिए आमिर खान को कुश्ती का प्रशिक्षण दिया था। उन्हें राष्ट्रीय मीडिया रत्न पुरस्कार 2019 से सम्मानित किया गया।