Mahakal Temple Ujjain: नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है। मंदिर समिति मानक संचालन प्रक्रिया का दस्तावेज तैयार कर रही है। इसका प्राथमिक लक्ष्य स्थिरता, दक्षता, गुणवत्ता व आउटपुट रहेगा। इसी के आधार पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर कर्मचारी व सुरक्षाकर्मियों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
मानक संचालन प्रक्रिया में व्यवस्थाओं के आधुनिकीकरण का भी प्लान है। एक्शन प्लान तैयार करने के लिए देश के बड़े संस्थानों व पब्लिक प्लेस का प्रबंधन करने वाली संस्थाओं का सहयोग लिया जा रहा है। सोमवार को समीक्षा बैठक में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने भस्म आरती, दर्शन, धर्मशाला, अन्नक्षेत्र व ई कोर्ट आदि व्यवस्थाओं के संचालन के लिए समिति की ओर से बनाए जा रहे एक्शन प्लान में शामिल किए जाने वाले महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की। बताया जाता है कि नया बदलाव लोकसभा चुनाव के बाद से अमल में लाया जाएगा।
बता दें कि ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में अधोसंरचना का विश्व स्तरीय विकास हो चुका है, लेकिन व्यवस्थाओं के संचालन का व्यापक प्लान तथा दर्शन की आचरण संहिता नहीं होने से उपलब्ध संसाधनों का समुचित उपयोग नहीं हो पा रहा है।
व्यवस्था में तैनात कर्मचारियों की कार्यकुशलता में कमी भी व्यवस्थाओं के फेल होने का बड़ा कारण है। पर्व त्योहारों के समय परंपराओं के निर्वहन में अतिरेक के कारण भी व्यवस्थाएं गड़बड़ा रही हैं। होली पर गुलाल के अत्यधिक प्रयोग से गर्भगृह में आग लगने की घटना इसका ज्वलंत उदाहरण है।
- कर्मचारियों का योग्यता के अनुसार कार्य विभाजन होगा।
- कंट्रोलरूम, आइटी, फायर सेफ्टी सिस्टम जैसी जगहों पर तैनाती से पहले कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- श्रद्धालुओं को भस्म आरती की आनलाइन अनुमति प्राप्त करने में वर्तमान जैसी परेशानी ना हो, इसके लिए वेबसाइट व एप का उन्नयन किया जाएगा।
- भस्म आरती में चलायमान दर्शन व्यवस्था का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा।
- आग लगने की घटना से सुरक्षा के लिए एक फायर सेफ्टी अधिकारी नियुक्त किया जाएगा।
- व्यवस्थाओं के संचालन का जिम्मा संभाल रहे मंदिर के अधिकारी तथा प्रतिनियुक्ति पर आए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय होगी।
- भगवान महाकाल की पूजा आरती के समय गर्भगृह में पुजारी तथा सहयोगियों की संख्या निर्धारित होगी।
- भगवान को अर्पण की जाने वाली पूजन सामग्री, भोग आदि में एक्सपर्ट कमेटी द्वारा दिए गए सुझावों पर अमल होगा।