Mahakal Sawari: महाकाल की निकली दूसरी सवारी, सीएम मोहन यादव हुए शामिल, बजाया झांझ
उज्जैन में महाकाल की दूसरी सवारी राजसी ठाठ-बाट के साथ शुरू हुई। बाबा महाकाल के दो स्वरूप पालकी और हाथी पर विराजित हुए। लोक संस्कृति की थीम पर निकली सवारी में देश के विभिन्न राज्यों से आए जन जातीय लोक नर्तक दल के कलाकारों ने अपनी विशिष्ट प्रस्तुतियों से भक्तों का मन मोह लिया। विभिन्न राज्यों की संस्कृति ने धर्म धानी को लघु भारत का रूप दिया।
Publish Date: Mon, 21 Jul 2025 09:23:51 PM (IST)
Updated Date: Mon, 21 Jul 2025 10:16:37 PM (IST)
सवारी में झांझ बजाते सीएम डॉ. मोहन यादव, डमरू बजाते कैलाश विजयवर्गीय व जप करते उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला।HighLights
- लोक संस्कृति की थीम पर निकली श्रावण मास की दूसरी सवारी
- सीएम मोहन यादव ने झांझ, कैलाश विजयवर्गीय ने बजाया डमरू
- ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करते चले उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला
नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर से श्रावण मास में सोमवार को भगवान महाकाल की दूसरी सवारी निकली। अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर तथा हाथी पर मनमहेश रूप में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकले।
सीएम मोहन यादव ने किया पूजन
मंदिर के सभा मंडप में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भगवान महाकाल के चंद्रमौलेश्वर रूप का पूजन कर पालकी को नगर भ्रमण के लिए रवाना किया। इसके बाद वें उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला व कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के साथ सवारी में पैदल चले। इस दौरान शिव भक्ति में आह्लादित मुख्यमंत्री झांझ, कैलाश विजयवर्गीय डमरू वादन करते नजर आए।
विशिष्ट प्रस्तुतियों से भक्तों का मन मोह लिया
उप मुख्यमंत्री शुक्ला ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करते चल रहे थे। लोक संस्कृति की थीम पर निकली सवारी में देश के विभिन्न राज्यों से आए जन जातीय लोक नर्तक दल के कलाकारों ने अपनी विशिष्ट प्रस्तुतियों से भक्तों का मन मोह लिया। विभिन्न राज्यों की संस्कृति ने धर्म धानी को लघु भारत का रूप दिया।