
नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में दिसंबर के पहले रविवार को एक लाख से अधिक भक्तों ने भगवान महाकाल को शीश नवाया। दर्शनार्थियों की मौजूदगी से मंदिर परिक्षेत्र में रौनक छाई रही। भारी भीड़ के कारण दर्शनार्थियों को आवागमन में मुश्किलों का समाना करना पड़ा। होटल व्यवसायियों के अनुसार वर्षांत के लिए श्रद्धालुओं का उज्जैन पहुंचना शुरू हो गया है। आने वाले दिनों में भक्तों की संख्या और बढ़ेगी। उज्जैन धार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र बन गया है।
साल भर देशभर से लाखों श्रद्धालु यहां महाकाल, कालभैरव सहित शहर के अन्य प्रमुख मंदिरों में दर्शन करने आते हैं। अवकाश के दिनों तथा वर्षांत में दर्शनार्थियों की संख्या आम दिनों से दो गुना हो जाती है। रविवार को महाकाल दर्शन करने पहुंचे भक्तों ने इस बात को प्रमाणित कर दिया है।
मंदिर व्यवस्था से जुड़े लोगों का कहना था कि रविवार को देशभर से बड़ी संख्या में भक्त मंदिर पहुंचे। अभी दिसंबर माह का पहला सप्ताह बीत है, आने वाले समय में दर्शनार्थियों की संख्या लगातार बढ़ेगी। 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक दस लाख से अधिक भक्त उज्जैन आएंगे।
महाकाल दर्शन करने आए श्रद्धालु कालभैरव व मंगलनाथ मंदिर में भी दर्शन करने पहुंचे। दोनों ही मंदिरों में दिनभर दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा। कालभैरव मंदिर में दर्शनार्थियों को भगवान कालभैरव के दर्शन करने में करीब एक घंटे का समय लगा। भक्त घंटों लंबी कतार में खड़े रहे। मंदिर प्रशासन वर्षांत में दर्शनार्थियों की संभावित भीड़ को देखते हुए श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम करने में जुटा है।