नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। नागपंचमी पर भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन करने के लिए भक्तों को कर्कराज पार्किंग से मंदिर के शिखर पर स्थित मंदिर तक पहुंचने के लिए करीब तीन किलोमीटर का पैदल सफर तय करना पड़ेगा। भक्तों को भीड़ की स्थिति के अनुसार करीब डेढ़ से दो घंटे में भगवान के दर्शन होंगे। प्रशासन ने मार्ग में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पेयजल आदि के इंतजाम किए हैं।
शीघ्र दर्शन टिकट की योजना
भगवान नागचंद्रेश्वर के नागपंचमी पर जल्दी व सुगमता से दर्शन के लिए 300 रुपये के टिकट पर शीघ्र दर्शन की भी योजना है। हालांकि यह व्यवस्था भीड़ की स्थिति के आधार पर लागू की जाएगी। दर्शनार्थियों की संख्या अधिक होने पर शीघ्र दर्शन टिकट व्यवस्था को किसी भी समय बंद किया जा सकता है।
सिंगल मार्ग पर ध्यान केंद्रित
प्रशासन मुख्य रूप से कर्कराज पार्किंग से भील धर्मशाला, गंगा गार्डन, चारधाम जिगजेग, हरसिद्धि चौराहा, बड़ा गणेश मंदिर से महाकाल मंदिर तक के सिंगल मार्ग पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इसी व्यवस्था से 24 घंटे में तीन से चार लाख भक्तों को दर्शन कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
रात 10 बजे से दर्शन की कतार में लगेंगे भक्त
भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं का गुरुवार दोपहर से ही उज्जैन पहुंचने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। दर्शनार्थी रात 10 बजे से कर्कराज पार्किंग स्थित बैरिकेडस से दर्शन की कतार में लगना शुरू हो जाएंगे। रात 12 बजे मंदिर के पट खुलने के बाद प्रथम पूजा संपन्न होने के उपरांत दर्शन की शुरुआत हो जाएगी।
कर्कराज पार्किंग में डलवाई मुरम व चूरी
बीते कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण कर्कराज पार्किंग में कीचड़ की स्थिति निर्मित हो रही थी। एक दिन पहले प्रशासन ने कीचड़ में ही शेड लगवाकर पार्किंग का निर्माण करा दिया था। नईदुनिया ने कीचड़ के कारण दर्शनार्थियों को होने वाली परेशानी की ओर प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराया। इसके बाद बुधवार सुबह कलेक्टर नीरज कुमार सिंह विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ पार्किंग स्थल पहुंचे तथा मुरम व चूरी डलवाने के निर्देश दिए। इसके बाद ताबड़तोड़ मुरम व चूरी डाली गई। कलेक्टर ने दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम करने को कहा है।