
राजेश वर्मा, नईदुनिया, उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में दीपावली के बाद श्री अन्न (मिलेट्स) के लड्डू प्रसाद का विक्रय शुरू होगा। मंदिर समिति ने प्रसाद निर्माण को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। श्री महाकालेश्वर अन्नक्षेत्र में रागी, गुड़, ड्रायफ्रूट व शुद्ध देशी घी से स्वास्थ्य वर्धक लड्डू बनाए जाएंगे। मंदिर के काउंटरों से 400 रुपये किलो में लड्डू प्रसाद का विक्रय होगा।
प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि मंदिर समिति वर्तमान में भगवान महाकाल के भोग प्रसाद के नाम से शुद्ध देशी घी से निर्मित बेसन के लड्डू प्रसाद का विक्रय करती है। मंदिर के प्रसाद काउंटरों से 400 रुपये किलो में लड्डू प्रसाद का विक्रय किया जाता है, लेकिन अब भक्तों के बेहतर स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मंदिर समिति श्री अन्न (मिलेट्स) के लड्डू प्रसाद का विक्रय भी शुरू करने जा रही है।
नया लड्डू प्रसाद पौष्टिक और स्वादिष्ट होगा। इसे रागी, गुड़, ड्रायफ्रूट तथा देशी घी से तैयार किया जाएगा। मंदिर समिति ने श्री अन्न के लड्डू प्रसाद का प्रारंभिक मूल्य भी बेसन के लड्डुओं की तरह 400 रुपये किलो रखने का निर्णय लिया है।
मंदिर समिति ने ग्राम चिंतामन स्थित श्री महाकालेश्वर वैदिक शोध संस्थान परिसर में लड्डू प्रसाद निर्माण इकाई की स्थापना कर रखी है। यहां प्रतिदिन 40 से 45 क्विंटल लड्डू प्रसाद का निर्माण किया जाता है। यहां स्थान समिति है, इसलिए श्री अन्न के लड्डू निर्माण के लिए मंदिर के समीप श्री महाकालेश्वर अन्नक्षेत्र में नई इकाई तैयार की जा रही है। बताया जाता है कि मिलेट्स के लड्डू बनाने के लिए अलग से दो हलवाई तथा 20 से अधिक कुशल कर्मचारी भर्ती किए गए हैं।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुसार श्री अन्न के लड्डू प्रसाद का विक्रय शुरू करने की योजना बनाई है। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री की मंशा है कि महाकाल के आंगन से देशभर में जन-जन तक आरोग्यता का संदेश पहुंचे। लोग श्री अन्न (मिलेट्स) के महत्व को समझे तथा अपने दैनिक जीवन में इसका उपयोग शुरू करें।