- रेल बजट में दी गई राशि
उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। उज्जैन-देवास-इंदौर रेल मार्ग दोहरीकरण काम को एक बार फिर से गति मिलेगी। रेलवे ने उज्जैन के समीप कड़छा से इंदौर तक दोहरीकरण का काम पूरा करने के लिए इस साल बजट में 200 करोड़ रुपये मंजूर कर दिए हैं। बता दें कि बीते साल बजट में इस काम के लिए मात्र एक हजार रुपये मिले थे। इसके बाद जून में पश्चिम रेलवे के जीएम व सांसदों ने इस काम को प्राथमिकता से करने के लिए रेलवे बोर्ड को पत्र लिखा था।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2016-17 के वार्षिक बजट में रेल मंत्रालय ने इंदौर-उज्जैन मार्ग के दोहरीकरण की घोषणा की थी। 650 करोड़ रुपये की लागत से होने वाले काम में सिविल वर्क्स के अलावा सिग्नलिंग विभाग, टीआरडी विभाग, इलेक्ट्रिक पावर विभाग तथा अन्य विभागों के खर्च को शामिल किया गया था। वर्ष 2017-18 में काम की शुरुआत हुई थी। दिसंबर 2020 में उज्जैन से कड़छा के बीच 15 किलोमीटर का काम पूरा हो गया था। इसका कमिश्नर रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) ने निरीक्षण कर ट्रेनों के संचालन की अनुमति दे दी थी। बीते वर्ष बजट में उज्जैन-देवास-इंदौर रेल मार्ग के लिए मात्र एक हजार रुपये जारी किए गए थे। इसके बाद कड़छा से देवास के बीच चल रहे काम को ठेकेदार ने रोक दिया था।
मार्च 2023 तक पूरा होगा इंदौर तक काम
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस साल बजट में फिर से 200 करोड़ रुपये मंजूर किए गए है। इससे काम तेज गति से किया जाएगा। फिलहाल उज्जैन के समीप कड़छा से देवास के आगे बिंजाना स्टेशन तक 31 मार्च तक काम पूरा करने की कोशिश की जा रही है। इसके बाद मार्च 2023 तक बिंजाना से इंदौर तक का काम पूरा किया जाएगा।