
उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। शिप्रा स्वच्छता को लेकर दत्तअखाड़ा घाट पर षड्दर्शन साधु समाज का आंदोलन रविवार को भी जारी रहा। चौथे दिन सिख समाजजन संतों के समर्थन में धरना स्थल पर पहुंचे। सोमवार को शहर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रवि राय के साथ पदाधिकारी धरने पर बैठेंगे। उद्गम से संगम तक शिप्रा के सदानीरा व प्रवाहमान बनाने की मांग को लेकर शहर के साधु संत षड्दर्शन साधु समाज की अगुवाई में दत्त अखाड़ा घाट पर धरना दे रहे हैं। अब तक शहर की कई सामाजिक व धार्मिक संस्थाएं संतों को समर्थन दे चुकी हैं। रविवार को सिख समाज के अध्यक्ष सुरेंद्रसिंह अरोरा के साथ बड़ी संख्या में समाजजन संतों के बीच पहुंचे और धरना आंदोलन में शामिल हुए। बता दें सिख समाज का प्रमुख गुरुद्वारा दत्त अखाड़ा के समीप गुरुनानक घाट पर स्थित है। समाजजनों का कहना है कि शिप्रा के किनारे अखाड़ों के प्रमुख स्थल होने के साथ अनेक समाजों के धर्मस्थल भी हैं। यहां देशभर से श्रद्धालु स्नान ध्यान के लिए आते हैं। शासन, प्रशासन को शिप्रा शुद्धीकरण की ओर ध्यान देना चाहिए। इधर शहर कांग्रेस कमेटी संतों के आंदोलन को पहले से ही समर्थन दे चुकी है। कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रवि राय ने कहा कि सोमवार को कांग्रेस के पदाधिकारी धरना प्रदर्शन में शामिल होंगे। मध्य प्रदेश सरकार व स्थानीय प्रशासन को संतों की मांगों का शीघ्र निराकरण करना चाहिए। खान डायवर्शन योजना अगर समय रहते पूरी हो जाती, तो शिप्रा के स्वच्छ जल में श्रद्धालु स्नान कर पाते।
महंत ज्ञानदासजी से मिलने पहुंचे अधिकारी
निर्मोही अखाड़े के महामंडलेश्वर महंत ज्ञानदासजी महाराज प्रदेश सरकार से शिप्रा स्वच्छता का समग्र प्लान बनाने की मांग को लेकर बीते एक पखवाड़े से अनशन कर रहे हैं। उन्होंने अन्ना का त्याग कर रखा है, केवल जल, दूध व फलों का रस ग्रहण कर रहे हैं। अन्ना त्याग से आई कमजोरी के कारण बीमारी के चलते उन्हें दो बार हास्पिटल में भी भर्ती कराना पड़ा है। रविवार को दादूराम आश्रम पर उनसे मिलने घट्टिया एसडीएम वीरेंद्रसिंह दांगी, तहसीलदार व पटवारी डाक्टर को साथ लेकर पहुंचे। एसडीएम दांगी ने संतश्री से कहा कि आपकी मांग को प्रदेश सरकार तक पहुंचा दिया गया है। जल्द ही शिप्रा स्वच्छता को लेकर काम शुरू हो जाएगा, आप अनशन समाप्त कर दें। इस पर महंत ने कह कि आप मुझे प्लान लाकर दे दीजिए मैं अन्ना ग्रहण कर लूंगा।