Spiritual and Wellness Summit: उज्जैन बनेगा भारत की वेलनेस कैपिटल, 1929 करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले
मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम और पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में हुए इस आयोजन में परमार्थ निकेतन, पतंजलि आयुर्वेद, आत्ममंथन, हार्टफुलनेस इंटरफेथ, शतायु योगा, केवल्याधाम और अन्य संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था।
Publish Date: Thu, 05 Jun 2025 10:13:30 PM (IST)
Updated Date: Thu, 05 Jun 2025 10:42:50 PM (IST)
स्प्रिचुअल एंड वेलनेस समिट में निवेशकों के साथ किए करार का विमोचन करते मुख्यमंत्री मोहन यादव।HighLights
- होटल, रिसॉर्ट और वेलनेस सेंटर खोलने की प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल किया गया है।
- राज्य सरकार 90 करोड़के निवेश पर 15 से 30 प्रतिशत पूंजीगत सब्सिडी प्रदान कर रही है।
- मध्य प्रदेश टूरिज्म विभाग की 70 प्रापर्टी में से 20 वेलनेस प्रोजेक्ट्स के लिए बहुत ही अच्छी हैं।
नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। मध्यप्रदेश की धर्मधानी उज्जैन अब आध्यात्म, योग और आयुर्वेद के संगम से ‘वेलनेस कैपिटल आफ इंडिया’ बनने जा रही है। इसका आगाज विश्व पर्यावरण दिवस पर गुरुवार को यहां मुख्यमंत्री मोहन यादव की उपस्थिति में हुई प्रथम ‘स्प्रिचुअल एंड वेलनेस समिट’ में हुआ। समिट में देशभर के 14 प्रमुख संस्थानों ने 1929 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव दिए। समिट का उद्देश्य, उज्जैन, ओंकारेश्वर जैसे तीर्थ स्थलों को वेलनेस इकोनामी के अंतरराष्ट्रीय केंद्र के रूप में स्थापित करना है। कार्यक्रम में परमार्थ निकेतन आश्रम, ऋषिकेश के स्वामी चिदानंद सरस्वती, जिले के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल मंचासीन थे।
सरकार की नीति : सब्सिडी, जमीन और तकनीकी सहयोग
पर्यटन विभाग के सचिव शिवशेखर शुक्ला ने समिट में कहा कि नई पर्यटन नीति के तहत होटल, रिसॉर्ट और वेलनेस सेंटर खोलने की प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल किया गया है। सभी परमिशन अब ऑनलाइन पोर्टल पर मिलेंगी। राज्य सरकार अधिकतम 90 करोड़ रुपये के निवेश पर 15 से 30 प्रतिशत पूंजीगत सब्सिडी प्रदान कर रही है। एमपी टूरिज्म की 70 प्रॉपर्टी में से 20 वेलनेस प्रोजेक्ट्स के लिए बहुत ही अच्छी हैं। उज्जैन विकास प्राधिकरण के पास 10.97 हेक्टेयर और इंदौर विकास प्राधिकरण के पास 9.16 हेक्टेयर भूमि निवेश के लिए तैयार है। ओंकारेश्वर, खजुराहो, शहडोल में आइलैंड रिजार्ट के लिए 20 से 25 एकड़ भूमि उपलब्ध है।
क्या बोले निवेशक और संत
उद्योगपति सुरेश सिंह भदौरिया ने 400 करोड़ का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई। स्वामी चिदानंद सरस्वती (परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश) ने कहा कि भारत को भारत की आंखों से देखने का समय है। उज्जैन जैसे शहर भारत की सांस्कृतिक आत्मा हैं। सही कार्य हुआ तो आने वाले वर्षों में एलन मस्क और मार्क जकरबर्ग जैसे लोग भी महाकाल दर्शन को आएंगे।
उज्जैन क्यों बना सबसे उपयुक्त केंद्र
- उज्जैन पहले से ही देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों में शुमार है।
- महाकाल महालोक के बाद यहां पर्यटन फुटफाल 2022 के 5.28 करोड़ से बढ़कर 2024 में 7.32 करोड़ हो गया।
- 2028 में यहां सिंहस्थ महाकुंभ लगना है, जिसके लिए 23332 करोड़ रुपये का पूंजीगत निवेश सरकार यहां कर रही है।
- उज्जैन में डेढ़ करोड़ से अधिक श्रद्धालु हर वर्ष आते हैं, जिससे यहां वेलनेस, ध्यान, आयुर्वेद और हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री के विकास की जबरदस्त संभावनाएं हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा- देश में सबसे बड़ा वेलनेस पैकेज केवल मध्यप्रदेश में
- मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि देश में सबसे बड़ा वेलनेस पैकेज केवल मध्यप्रदेश में ही है।
- मध्यप्रदेश, उद्योग, शिक्षा और वेलनेस के लिए सबसे अनुकूल राज्य है।
- हमने मेडिकल कॉलेज खोलने वालों को 25 एकड़ जमीन सिर्फ एक रुपय में देने की व्यवस्था बनाई है।
- 300 बेड का अस्पताल और स्टाफ की सेलरी भी राज्य सरकार वहन करेगी।
- प्रति कर्मचारी पांच हजार रुपये का इंसेंटिव भी देगी। यह व्यवस्था पूरे देश में केवल मध्यप्रदेश में है।
- उज्जैन को दुनिया का वेलनेस हब बनाने के लिए हम नीतियों से परे जाकर सहयोग करेंगे।