उज्जैन-इंदौर रेल मार्ग दोहरीकरण के लिए अब भी एक साल और करना होगा इंतजार
उज्जैन-देवास-इंदौर रेल मार्ग दोहरीकरण काम पूरा होने में अब भी एक साल का समय और लगेगा।
By Nai Dunia News Network
Edited By: Nai Dunia News Network
Publish Date: Sun, 19 Jun 2022 10:27:32 PM (IST)
Updated Date: Mon, 20 Jun 2022 03:06:04 PM (IST)

उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। उज्जैन-देवास-इंदौर रेल मार्ग दोहरीकरण काम पूरा होने में अब भी एक साल का समय और लगेगा। रेलवे ने इस साल इस काम के लिए बजट में 200 करोड़ रुपये मंजूर किए थे। जिसके बाद काम को गति मिली और देवास के समीप बिंजाना तक काम पूरा हो गया है। अब सिग्नल, इलेक्ट्रिफिकेशन तथा यार्ड रिमाडलिंग का काम पूरा होना है। जिसके बाद बिंजाना से इंदौर के लक्ष्मीबाई नगर तक काम पूरा किया जाएगा। डीआरएम विनित गुप्ता के अनुसार मार्च 2023 तक काम खत्म होगा।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2016-17 के वार्षिक बजट में रेल मंत्रालय ने इंदौर-उज्जैन मार्ग के दोहरीकरण की घोषणा की थी। 650 करोड़ रुपये की लागत से होने वाले काम में सिविल वर्क्स के अलावा सिग्नलिंग विभाग, टीआरडी विभाग, इलेक्ट्रिक पावर विभाग तथा अन्य विभागों के खर्च को शामिल किया गया था। वर्ष 2017-18 में काम की शुरुआत हुई थी। दिसंबर 2020 में उज्जैन से कड़छा के बीच 15 किलोमीटर का काम पूरा हो गया था। फरवरी में कड़छा से बिंजाना तक काम पूरा करने के लिए 200 करोड़ रुपये मिले हैं, दिसंबर 2022 तक बिंजाना तक का काम पूरा कर इस कमिश्नर रेलवे सेफ्टी से निरीक्षण करवाया जाएगा।
मार्च 2023 तक पूरा होगा इंदौर तक काम
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि काम तेज गति से किया जा रहा है। फिलहाल उज्जैन के समीप कड़छा से देवास के आगे बिंजाना स्टेशन तक दिसंबर 2022 तक काम पूरा करने की कोशिश की जा रही है। इसके बाद मार्च 2023 तक बिंजाना से इंदौर तक का काम पूरा किया जाएगा।