नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। शहर को आधुनिक और तीव्र गति से जोड़ने के लिए उज्जैन-मक्सी टू-लेन सड़क मार्ग को फोरलेन में बदलने की तैयारी तेज हो गई है। 38.95 किलोमीटर लंबी इस सड़क परियोजना पर 273 करोड़ रुपये खर्च होंगे। निर्माण कार्य दो साल में पूरा करने का लक्ष्य है।
एमपी रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एमपीआरडीसी) इस प्रोजेक्ट को अमल में ला रहा है। वर्तमान में कार्य अनुबंध की प्रक्रिया चल रही है और दीपावली के बाद भूमि पूजन के साथ निर्माण शुरू होगा। फोरलेन सड़क बनने से न केवल यात्रा आसान और सुरक्षित होगी, बल्कि समय और जोखिम दोनों में कमी आएगी। साथ ही इंदौर के लिए एक वैकल्पिक मार्ग भी तैयार होगा। परियोजना के तहत सड़क की चौड़ाई 14 मीटर होगी, जिसमें 55 छोटी पुलिया और 9 बड़े पुल बनाए जाएंगे।
परियोजना का महत्व
मध्यप्रदेश सरकार सिंहस्थ-2028 को ध्यान में रखकर उज्जैन के सभी प्रमुख मार्गों को चौड़ा करने में जुटी है। आगर रोड, देवास रोड, गरोठ एवं बड़नगर-बदनावर मार्ग का निर्माण पूरा हो चुका है। इंदौर रोड को सिक्सलेन बनाने का काम तेजी से जारी है। इसी क्रम में अगली परियोजनाओं में 44 किलोमीटर लंबा उन्हेल-नागदा-जावरा रोड, 19.81 किलोमीटर लंबा सिंहस्थ बायपास, 98.41 किलोमीटर लंबा उज्जैन-जावरा ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल हाइवे और 65 किलोमीटर लंबा नया इंदौर रोड फोरलेन शामिल है।
औद्योगिक संभावनाएं
उज्जैन-मक्सी रोड फोरलेन बनने से शहर में औद्योगिक निवेश की संभावनाएं भी बढ़ेंगी। मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम मक्सी में नई औद्योगिक इकाई खोलने की तैयारी कर रहा है। शहर के भीतर भी 17 नए पुल बनाने की योजना है। इनमें फ्रीगंज रेलवे ओवरब्रिज के सामने नया फोरलेन पुल और मक्सी रोड पर संभागीय आईटीआई भवन के सामने इंदौर रेल सेक्शन पर नया पुल शामिल है।
जमीन का अधिग्रहण
इस परियोजना के लिए देवास और शाजापुर जिले की 20.108 हेक्टेयर निजी जमीन का अधिग्रहण प्रस्तावित है। उज्जैन जिले में निजी जमीन की आवश्यकता नहीं होगी। सड़क का निर्माण फ्रीगंज रेलवे ओवरब्रिज के नए छोर से शुरू होकर आगे बिजली वितरण कंपनी के कार्यालय तक किया जाएगा।