उज्जैन। महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। मंगलवार को कलेक्टर आशीष सिंह ने तैयारियों की समीक्षा की। ड्यूटी करने वाले अधिकारियों से कहा कि पहली प्राथमिकता कोरोना नियमों का पालन करते हुए दर्शन कराने की है। श्रद्धालुओं को निकटता और शीघ्रता से दर्शन हों, इसका ध्यान रखा जाए। पर्व के दिन स्थिति देखते हुए निर्णय लें। किसी भी श्रद्धालु के साथ दुर्व्यवहार नहीं हो।
कलेक्टर आशीष सिंह और एसपी सत्येंद्रकुमार शुक्ला ने बैरिकेडिंग, पार्किंग, सफाई एवं 250 र्स्पये की प्रवेश रसीद काउंटर स्थलों का निरीक्षण किया। जहां कमियां देखी, दुर्स्स्त करने को कहा। इसके पहले महाकाल सभागार में सभी अफसरों के साथ बैठक की। कलेक्टर ने कहा कि हो सकता है स्थानीय लोग दर्शन के लिए दबाव बनाएं। इसलिए शालीनता से स्थिति को नियंत्रित करें। श्रद्धालुओं का ध्यान रखें। ये श्रद्धालु ही अपने शहर-गांव लौटकर उज्जैन की छवि अच्छी या बुरी बयां करेंगे। नगर निगम, रामघाट और दत्त अखाड़ा घाट पर सफाई रखें और होमगार्ड गोताखोर तैनात रखें। सभी सार्वजनिक शौचालय दिन भर साफ रहे, यह सुनिश्चित करें।
12 अधिकारियों ने निरस्त कराई ड्यूटी
महाकाल मंदिर की दर्शन व्यवस्था में 100 अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी, इनमें से 12 ने मंगलवार को ड्यूटी निरस्त करा ली। कारण स्वास्थ्य खराब होना बताया। कलेक्टर के आदेश पर उनकी जगह अन्य 12 अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
इंदौर, देवास, मक्सी से आने वालों के लिए ये व्यवस्था
-सामान्य श्रद्धालुओं के लिए दर्शन यातायात एवं पार्किंग व्यवस्था- इंदौर, देवास, मक्सी, आगर रोड से आने वाले श्रद्धालु अपने वाहन हरिफाटक पुल से होते हुए इंटरप्रिटेशन स्थित पार्किंग में खड़े सकेंगे।
-हरिफाटक पुल से इंटरप्रिटेशन की ओर वनवे रहेगा
- वाहन केवल हरिफाटक पुल से आ सकेंगे तथा वापस जाने के लिए इंटरप्रिटेशन पार्किंग स्थल से निकलते हुए जयसिंहपुरा चौराहा, रेलवे क्रासिंग से जंतर-मंतर होते हुए बाहर जाएंगे।
-जयसिंहपुरा चौराहा से इंटरप्रिटेशन एवं चारधाम तरफ कोई भी वाहन नहीं जा सकेगा।
नागदा, बड़नगर रूट से आने वालों के लिए ये प्लानिंग
बड़नगर एवं नागदा रोड से आने वाले श्रद्धालु कार्तिक मेला मैदान व नृसिंह घाट रोड स्थित कर्कराज मंदिर मैदान में वाहन रख सकेंगे। यहां से श्रद्धालु पैदल चारधाम पार्किंग में बने जूता स्टैंड एवं क्लाक रूम में जूते एवं सामान रखकर सामान्य प्रवेश गेट से प्रवेश करेंगे। यहां से जिग-जैगमें होते हुए हरसिद्धी चौराहा से, बड़ा गणेश तिराहा, शंख तिराहा से फैसिलेशन सेंटर के पूर्वी द्वार से प्रवेशकर फेसिलिटी होल्डअप, टनल होते कार्तिक मंडपम से गणश मंडपम से श्री महाकाल दर्शन करेंगे।
250 रुपये व पास से यह होगी दर्शन व्यवस्था
250 रुपये की शीघ्रदर्शन पास वाले दर्शनार्थियों के लिए अपने वाहन हरिफाटक पुल से होते हुए इंटरप्रिटेशन स्थित पार्किंग में रखेंगे। दर्शनार्थी रसीद प्राप्त कर चारधाम गेट से प्रवेश करेंगे। यहां से जिग-जेग में होते हुए हरसिद्धी चौराहा से, बड़ा गणेश तिराहा , शंख तिराहा से फेसिलेशन सेंटर के पश्चिमी द्वार से प्रवेश कर फैसिलिटी सेंटर, टनल से होते हुए गेट 6 से कार्तिक मंडपम् से होते हुए गणश मंडपम् से श्री महाकाल दर्शन करेंगे।
ये भी जानिए
-मीडिया एवं पुजारी अपने वाहन गुदरी, चौबीस खंबा की ओर से मराठा धर्मशाला से महाकाल थाने के पास से महाराजवाडा स्कूल में पार्क करेंगे एवं दर्शन हेतु भस्मआरती गेट ( गेट न . 04 ) से प्रवेश कर विश्रामधाम , सभा मंडप होते हुए भीतर प्रवेश करेंगे।
वीआइपी दर्शन व्यवस्था
वीआइपी के वाहन हरिफाटक पुल से बेगमबाग तिराहे , कोट मोहल्ला, महाकाल चौकी के सामने से महाराजवाडा स्कूल में पार्क करेंगे तथा यहां से दर्शन के लिए भस्म आरती गेट ( गेट न . 04 ) से प्रवेश कर विश्रामधाम , सभा मण्डप होते हुए गणेश मंडपम से दर्शन करेंगे।
नारियल के पत्तों से बनी आकृतियों से सजेगा नंदीगृह
इस बार महाकाल मंदिर का नंदीगृह नारियल के पत्तों से बनी आकृति और फूलों से सजेगा। आकृति बनाने और सजाने के लिए तमिलनाडु से सवदा मुत्तूस, सुंदरम, गोपीनाथ, मृदुल और नाहिंद्रन आए हैं। उन्होंने कहा कि ये हमारा सौभाग्य है कि जो हमें मंदिर सजाने की सेवा मिली है।