
नईदुनिया प्रतिनिधि, विदिशा। जिले के गंजबासौदा शहर स्थित पाराशरी श्मशान घाट के पास रविवार को एक विचलित करने वाला दृश्य देखा गया। यहां एक शिशु का शव कुत्तों के जबड़े में दबा हुआ था और वे उसे नोच रहे थे। श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे कुछ लोगों की नजर जब इस पर पड़ी, तो उन्होंने तुरंत कुत्तों को भगाकर शव को उनके चंगुल से छुड़ाया और पुलिस को सूचित किया।
सूचना मिलते ही देहात थाना पुलिस मौके पर पहुंची। देहात थाना निरीक्षक मनोज दुबे ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुँचकर स्थिति का जायजा लिया और नवजात के शव को विधि-विधान से दोबारा दफन करा दिया गया है। थाना प्रभारी के अनुसार, देखने में नवजात करीब 4 से 5 महीने का लग रहा था। पुलिस अब इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है।
घटना के संबंध में थाना प्रभारी मनोज दुबे ने आशंका जताई है कि श्मशान घाट के पास दफनाए गए नवजातों के शवों को कभी-कभी कबर-बिज्जू जैसे जानवर जमीन खोदकर बाहर निकाल लेते हैं। संभव है कि इसी कारण शव बाहर आया होगा और बाद में कुत्तों ने उसे उठा लिया होगा। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वहाँ कई श्वान एकत्रित हो गए थे, जिन्हें समय रहते भगा दिया गया।
स्थानीय रहवासियों ने एक अन्य बिंदु की ओर भी ध्यान आकर्षित किया है। उनका कहना है कि मानस भवन के पास ही सरकारी अस्पताल स्थित है। ऐसी आशंका भी जताई जा रही है कि श्वान नवजात के शव को कहीं और से उठाकर श्मशान घाट तक ले आए हों। पुलिस इस दिशा में भी साक्ष्य जुटा रही है। उल्लेखनीय है कि करीब पांच साल पहले भी गंजबासौदा में इसी तरह की घटना सामने आई थी, जब दफन किए गए नवजात को जंगली जानवर बाहर निकाल ले गया था।