
नईदुनिया प्रतिनिधि, विदिशा। जिले की सिरोंज तहसील के अंतर्गत आने वाले दीपनाखेड़ा पुलिस थाने के लॉकअप में मंगलवार सुबह दुष्कर्म के आरोपित ने रोशनदान के सहारे पायजामे का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। एसपी रोहित काशवानी ने प्रारंभिक तौर पर लापरवाही मानते हुए थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मियों को हटा दिया है।
जानकारी के अनुसार, मोहनपुर कला निवासी 45 वर्षीय देशराज अहिरवार के खिलाफ 13 सितंबर को गांव की ही महिला ने मारपीट और दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने सोमवार शाम देशराज को गिरफ्तार किया था। मंगलवार सुबह उसे न्यायालय में पेश किया जाना था, लेकिन तड़के चार से छह बजे के बीच उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
सूत्रों के मुताबिक, उसी कक्ष में गोमांस पार्टी के आरोपित इकबाल खान और मुजम्मिल खान भी बंद थे, लेकिन देशराज के फांसी लगाने की उन्हें घटना के बाद ही जानकारी मिली। देशराज ने शौचालय के रोशनदान से लटककर फांसी लगाई, इसलिए बाहर वाले कमरे में बंद दोनों आरोपितों को पता नहीं चला। देशराज की मौत की सूचना मिलते ही स्वजन थाने पहुंचे और पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए। एसपी रोहित काशवानी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी।
न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी प्रीति जैन की मौजूदगी में स्वजनों के बयान दर्ज किए गए और तीन डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया, जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई गई। काशवानी ने बताया कि जांच लटेरी एसडीओपी अमरेश बोहरे को सौंपी गई है। प्रथम दृष्टया लापरवाही पाए जाने पर दीपनाखेड़ा थाना प्रभारी पूजा रावत, सहायक उप निरीक्षक राम आसरे पासी और आरक्षक अमित को हटाया गया है। जांच में दोषी पाए जाने पर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
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