बात चाहे मध्यवर्गीय परिवार का हो या उच्च वर्ग का, हर कोई अपनी हैसियत के अनुरूप शादी को यादगार एवं
भव्य बनाना चाहता है। अगर हम कहें कि अब शादी का समारोह प्रोफेशनल हो गया है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। चूंकि आजकल लोगों के पास समय की बहुत कमी है और उनकी महत्वाकांक्षाएं बहुत ज्यादा, इसके चलते वेडिंग प्लानर की मांग में भी बहुत इजाफा हुआ है।
आज हर कोई बिना तनाव एवं परेशानी लिए बेहतरीन वैवाहिक व्यवस्था करना चाहता है। ऐसी स्थिति में विवाह समारोह के योजनाकार अर्थात वेडिंग प्लानर की जरूरत तथा भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाती है। यही कारण है कि इन दिनों वेडिंग प्लानिंग के काम को बड़े पैमाने पर करियर के बेहतर विकल्प के रूप में युवा अपना रहे हैं।
इस वक्त विवाह के हर पहलू जैसे डेकोरेशन, संगीत, मेंहदी की रस्म, भोजन की व्यवस्था और दूल्हा-दुल्हन के परिधान आदि सब पर भी खास ध्यान दिया जाता है। यही नहीं, आजकल थीम व डेस्टिनेशन वेडिंग का चलन
भी बहुत बढ़ गया है। इन दिनों शादी से जुड़ी हर चीज ट्रेंडी या विशिष्ट हो गई है लेकिन परंपरा को बनाए रखने की चाह भी नहीं मिटी है, इसी वजह से आधुनिकता व परंपरा का समन्वय बिठाने के लिए वेडिंग प्लानर की मदद लेना जरूरत के साथ एक फैशन भी बन गया है।
वेडिंग प्लानर की भूमिका :
वेडिंग प्लानर शादी के निमंत्रण पत्र की डिजाइनिंग से लेकर, गिफ्ट पैकिंग और वेन्यू तय करने से लेकर बारात का स्वागत करने तक की सारी जिम्मेदारी संभालते हैं। क्लाइंट क्या चाहता है, इसकी जानकारी अच्छी तरह से हासिल
करने के बाद ही वेडिंग प्लानर का काम शुरू होता है। साथ ही बजट का ध्यान रखना भी वेडिंग प्लानर के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है। किसी भी वेडिंग प्लानर को बजट के भीतर ही बेहतर सेवाएं प्रदान करनी होती है और यह
उसकी कार्यकुशलता और दूरदर्शिता पर निर्भर करता है।यदि आप में रचनात्मकता है तो समझ लीजिए आप में वेडिंग प्लानर बनने की पूरी क्षमता है। कोई भी व्यक्ति जिसे इवेंट आयोजित करना, लोगों से मिलना-जुलना अच्छा लगता हो और जिसमें प्रबंधन कुशलता का हुनर हो, वह सफल वेडिंग प्लानर बन सकताहै। इसके लिए उसके अंदर योजना बनाने व व्यवस्था संभालने की क्षमता होनी भी जरूरी है। वेडिंग प्लानर में कल्पनशीलता व क्लायंट की जरूरत को समझने की काबिलियत भी होनी चाहिए। बाजार का ट्रेंड क्या है और वहां क्या उपलब्ध है, उसे इसकी जानकारी भी होनी चाहिए। इस क्षेत्र में सफल होने के लिए संपर्क सूत्र भी अच्छे होना चाहिए।
आवश्यक योग्यता :
वेडिंग प्लानिंग या इवेंट मैनेजमेंट में डिग्री या डिप्लोमा आवश्यक है। वेडिंग प्लानिंग या इवेंट मैनेजमेंट का पाठ्यक्रम 12वीं के बाद किया जा सकता है। व्यावसायिक डिग्री आपके हुनर और योग्यता को और अधिक बढ़ा देगी। इस प्रोफेशन में कमाई की कोई सीमा नहीं होती है। अगर काम चल पड़ा और आप ग्राहकों को संतुष्ट करने में सफल रहे तो लाखों में आमदनी हो सकती है। इस क्षेत्र में आयु सीमा की भी कोई बाध्यता नहीं है। वेडिंग प्लानर के पेशे को करियर विकल्प के रूप में अपनाने से पहले आप मार्केट का अच्छे से सर्वेक्षण करें। आप चाहें तो पहले
किसी वेडिंग प्लानिंग कंपनी के साथ काम का अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। इस पेशे में कभी-कभी तो लगातार 14 से 16 घंटे तक या दिन-रात काम करना पड़ सकता है। वेडिंग प्लानर को इस तरह की स्थिति के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए।
लागत
वेडिंग प्लानर का करियर बहुत छोटे-स्तर से भी प्रारंभ किया जा सकता है यानी इसके लिए किसी बड़े ऑफिस की जरूरत नहीं होती है। अगर आप घर में रहते हुए इस रोजगार से जुड़ना चाहते हैं तो भी अपने संपर्क सूत्रों के जरिए इसे अंजाम दिया जा सकता है। आपके पास बस एक अदद फोन और कम्प्यूटर पर इंटरनेट की सुविधा होना जरूरी है।
वेडिंग प्लानिंग/इवेंट मैनेजमेंट का कोर्स कराने वाले देश के प्रमुख संस्थान इस प्रकार हैं -
- प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च, इंदौर।
- पुणे विश्वविद्यालय, पुणे।
- सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई।
- विश्र्वकर्मा ग्लोबल बिजनेस स्कूल, पुणे।
- द वेडिंग एकेडमी, मुंबई।
- इंस्टीट्यूट ऑफ वेडिंग प्लानिंग,
- आईएएमएस, आईएफजेडी, नोएडा।
- जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली।
- जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली।