नईदुनिया न्यूज, इंदौर। दीपावली पर हर घर आंगन में रंगोली और दीप सजेंगे। रंगोली बनाकर मां लक्ष्मी जी का स्वागत किया जाएगा। इसीलिए त्योहार से पहले शहर में रंगोली का बाजार सज चुका है। रंग-बिरंगी रंगोली से सजी दुकानों में लोग पहुंच रहे हैं और अपने पसंद के रंग खरीद रहे हैं। नया ट्रेंड देखने को मिला है। समय के साथ रंगोली बनाने के तरीकों में भी बदलाव आया है। पहले जहां चावल आटा, चॉक, हल्दी- कुमकुम से रंगोली बनाई जाती थी तो वहीं अब कई तरह के रंग और आधुनिक फ्रेम उपलब्ध हैं।
हाथ से रंगोली बनाने के बजाय महिलाएं रेडिमेड स्टीकर, डाट बाटल और रोलर खरीद रही हैं। इनसे कम समय में घर-आंगन में आकर्षक रंगोली बनाई जा रही है। रंगोली व्यवसायी संतोष अग्रवाल ने बताया अहमदाबाद, इंदौर से रंगोली मंगाई जाती हैं।
पारंपरिक रूप से 30 सालों से रंगोली का व्यवसाय किया जा रहा है। घर-आंगन में रंगोली बनाने का ट्रेंड भी बढ़ा है, लेकिन रंगोली बनाने के तरीके में बदलाव आया है। रंगोली के साथ महिलाएं डाट बाटल, रंग भरने की डिब्बी, रोलर, तरह-तरह के डिजाइन वाले छाप सहित अन्य सामग्री की खरीदी भी बढ़ी है। नवरात्रि से लेकर देवउठनी ग्यारस तक शहर में करीब 100 केजी से अधिक से ज्यादा रंगोली की बिक्री होती है। सफेद रंग की रंगोली 10 रुपए किलो तो कलर वाली रंगोली 20 रुपए किलो के भाव से बाजार में उपलब्ध है।
दिवाली के समय बाजार में कई तरह के ऐसी रंगोली फ्रेम उपलब्ध हैं, जिनमें रंग डालते ही रंगोली तैयार हो जाएगी। अलग-अलग रंग से रंगोली बनाने और एक रंग की रंगोली बनाने के फ्रेम मौजूद हैं। जिन लोगों के पास रंगोली बनाने का समय नहीं होता। ऐसे लोग रंगोली फ्रेम खरीद रहे हैं। महिलाओं ने बताया समय की बचत होती है, उससे आकर्षक डिजाइन भी बन जाती है।