Health News : सिर में चोट लगने पर क्या करना चाहिए क्या नहीं, इसे समझने से पहले यह जान लेना जरूरी है कि सिर की किसी भी चोट को नजरअंदाज करना जोखिम भरा हो सकता है। आमतौर पर सिर में चोट लगने पर यदि खून न निकले तो लोग इसके प्रति लापरवाह हो जाते हैं। जबकि यह स्थिति ज्यादा खतरनाक हो सकती है। यदि समय पर उपचार न किया जाए तो परिणाम गंभीर हो सकते हैं।
हेड इंज्यूरी के प्रति लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। सिर में चोट लगने पर उल्टी होना, सिर दर्द, बेहोशी आदि आम समस्या है। कुछ मामलों में सिर की चोट कई साल बाद असर दिखाती है। लिहाजा यह बार-बार समझ लेना चाहिए कि सिर की चोट की अनदेखी सेहत के लिए खतरा बन सकती है। इधर, अब भी तमाम दो पहिया वाहन चालक हेलमेट नहीं पहनते हैं। जिसके कारण सड़क दुर्घटना में होने वाली ज्यादातर मौतों की वजह हेड इंज्यूरी है। कई बार घर के बड़े बुजुर्ग सिर की चोटों को नजरअंदाज कर स्वजन को इसकी जानकारी देने से बचते हैं।
कुछ समय बाद अचानक बेहोशी, उल्टी होना, अचानक गुमसुम रहने लगना जैसी स्थिति सामने आती है। तब पता चलता है कि पूर्व में लगी सिर की चोट लगने के कारण यह स्थिति निर्मित हुई है। जिसे उन्होंने मामूली समझ लिया था। घर में छोटे बच्चे हैं तो अभिभावकों को सतर्क रहना चाहिए।
घर की गैलरी में ऐसी व्यवस्था करें ताकी बच्चा ऊंचाई से गिरने न पाए। यदि सिर में चोट लग जाए तो सूजन कम करने के लिए बर्फ की सिकाई कर सकते हैं। मरीज को सांस लेने में तकलीफ हो तो कृत्रिम सांस देना चाहिए। खून बह रहा तो तो उस जगह को साफ कपड़े से बांध देना चाहिए। सिर को रीढ़ की हड्डी की सीध में रखना चाहिए।