Body Temperature: देखा जाता है की लोगों के शरीर का तापमान गर्म रहता है जिसे वे बुखार समझकर इसकी दवाई ले लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शरीर के गर्म होने का कारण सिर्फ बुखार ही नहीं होता है। दरअसल 98 डिग्री फारेनहाइट से ऊपर यदि आपके शरीर का तापमान हो जाए तो लगता है कि बुखार है। लेकिन हर बार बुखार ही इसका कारण नहीं होता है। शरीर के इस तरह तापमान बढ़ने से कई अन्य कारण भी हो सकते हैं। सामान्य तौर पर शरीर का तापमान 98.6 डिग्री होता है। सभी व्यक्ति के शरीर का तापमान अलग-अलग हो सकता है। साथ ही दिन के अलग-अलग समय में भी तापमान बदल सकता है।
तापमान बढ़ने के ये हो सकते हैं कारण
डाॅक्टर्स की मानें तो शरीर का तापमान समय के साथ बदलता रहता है। शरीर का तापमान सुबह के समय थोड़ा कम और दोपहर में थोड़ा ज्यादा बढ़ा हुआ हो सकता है। सिर्फ शरीर के तापमान बढ़ने को बुखार नहीं मान लेना चाहिए। इसका अन्य कोई कारण भी हो सकता है।
वैसे तो शरीर का सामान्य तापमान 98.6 डिग्री होता है। पर बुजुर्गों में यह कम हो सकता है। वहीं जो लोग शारीरिक रूप से क्रियाशील होते हैं। उनका तापमान सामान्य से थोड़ा बढ़ सकता है। लेकिन शरीर का तापमान बढ़ने पर भी वे लोग स्वस्थ रहते हैं। वहीं हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक व्यायाम करते समय, कसरत करते समय और गर्भावस्था के दौरान साथ ही खाने के दौरान भी शरीर का तापमान बढ़ सकता है।
इस स्थिति में होगा बुखार
यदि आपके शरीर का तापमान 99.7 डिग्री फारेनहाइट है तो आपको बुखार हो सकता है। लेकिन तापमान को नापते वक्त उससे ठीक पहले आपने जो भी खाया है उसका असर भी आपके शरीर के तापमान को प्रभावित करेगा। लेकिन यदि आपको शरीर के बढ़े हुए तापमान के साथ सांस लेने में दिक्कत, शरीर में दर्द, पेशाब में जलन जैसी समस्याएं भी हो रही है तो ऐसे में आपको डाॅक्टर को जरूर दिखाना चाहिए।