हेल्थ डेस्क, इंदौर। Cancer Symptoms: वर्तमान में कैंसर के रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। अच्छी खबर यह है कि अब कैंसर का उपचार और भी बेहतर ढंग से हो सकता है और कैंसर को होने से काफी हद तक रोका भी जा सकता है। जरूरत है, तो हमें जागरूक होने और कुछ बातों पर ध्यान देने की। कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. अपूर्व गर्ग के अनुसार, भारत में जितने कैंसर के मामले आते हैं, उनमें से करीब 50 प्रतिशत कैंसर रोगी मुंह के कैंसर के होते हैं। इसकी बड़ी वजह तंबाकू, सुपारी, गुटखा, अल्कोहल का सेवन करना है। हमारे देश में मुंह, गला, फेफड़े, ब्रेस्ट और पेट के कैंसर के रोगी बहुत ज्यादा है।
कैंसर के लक्षणों को पहचानकर यदि शुरुआती दौर में ही उपचार शुरू कर दिया जाए, तो रोग को तेजी से बढ़ने से रोका जा सकता है। जहां तक बात कैंसर से बचाव की बात है, तो यदि व्यक्ति कुछ बातों पर ध्यान दे या यूं कहें कि गुटखा, तंबाकू, सुपारी, अल्कोहल का सेवन बंद कर दिया जाए, तो मुंह के कैंसर से काफी हद तक बचा जा सकता है। यदि आप चाहते हैं कि कैंसर की चपेट में आप नहीं आए, तो इसके लिए स्वस्थ रहना जरूरी है। यह तब ही होगा, जब आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होगी। इसके लिए प्रतिदिन करीब आधा घंटा व्यायाम करना चाहिए। स्वस्थ रहने के लिए नींद पूरी लें और सोने से दो घंटे पहले ब्लू स्क्रीन लाइट का उपयोग बंद कर दें।
ब्लू स्क्रीन से निकलने वाली लाइट आंख पर तो नकारात्मक प्रभाव डालती ही है, साथ ही यह मन पर भी बुरा प्रभाव डालती है। 7 से 8 घंटे की पर्याप्त नींद लें। भोजन संतुलित और पोषक तत्व युक्त होना चाहिए। भोजन में संतुलित मात्रा में वसा, प्रोटीन, खनिज, लवण, फाइबर आदि शामिल करें। डिब्बा बंद या बोतल बंद खाद्य पदार्थों का सेवन कम से कम करें। संतुलित आहार कैंसर के खिलाफ जंग लड़ने में मदद करता है। वजन का बढ़ना भी कैंसर का कारक हो सकता है। अगर वजन अचानक कम हो रहा हो, भूख कम हो गई हो, खाने में समस्या आती हो, मुंह में छाले रहें, खाना निगलने में तकलीफ आती हो, कफ या दस्त में रक्त आता हो तो तुरंत कैंसर रोग विशेषज्ञ से जांच कराएं।