Health News : टेढ़े-मेढ़े या बाहर निकले हुए दांतों को ब्रेसेज लगाकर ठीक करने में दो से ढाई साल का समय लगता है। इसे ज्यादातर 11 से 15 साल की उम्र में लगाया जाता है। किशोरावस्था के बाद हड्डियों में कैल्सिफिकेशन हो जाता है जिससे वो सख्त हो जाती हैं। कई बार ध्यान न देने की वजह से भी दांत सही करने की उम्र निकल जाती है। इससे दांतों की बनावट ठीक करने में मुश्किलें आती हैं। ऐसे में सर्जरी से लेकर कई और तकनीक हैं जिनसे ज्यादा उम्र में कम समय में दांत सही किए जा सकते हैं।
आमतौर पर डेंटल ब्रेसेस का उपचार 12-24 महीनों तक चलता है। इस दौरान रोगी को ब्रेसिज़ समायोजन के लिए एक-दो बार आर्थोडांटिस्ट के पास जाना पड़ता है। दांतों में गैप वाले रोगियों के लिए भी डेंटल ब्रेसेस मिसलिग्न्मेंट ठीक कर सकता है। यूं तो जब चाहे दांतों पर ब्रेसेज लगवा सकते हैं, लेकिन 10 से 14 साल की उम्र इसके लिए बिल्कुल ठीक होती है। दरअसल, इस उम्र में सिर और मुंह का विकास हो रहा होता है, जिससे दांतों को सही आकार देना आसान होता है। ब्रेसिज जबड़े की उपस्थिति को प्रभावित कर सकते हैं।
आर्थाेडांटिक उपचार पूरा करने के बाद, आर्थोडांटिस्ट द्वारा बताए अनुसार रिटेनर पहनना आवश्यक है। यह दांतों के वांछित संरेखण को संरक्षित करता है। दांतों की समस्याएं, चाहे कितनी भी गंभीर क्यों न हों, अक्सर रोका जा सकता है या पूरी तरह से टाला जा सकता है, खासकर अगर कोई अपने मौखिक स्वास्थ्य को संभालने के लिए जिम्मेदारी से काम करता है।