Health Tips: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। शरीर के प्रति बरती गई छोटी-छोटी लापरवाही कई बार बड़ी परेशानी की वजह बन जाती है। कई बार लोगों को थकान या कमजोरी महसूस होती है। इसकी एक वजह शरीर में खून के थक्के जमना या धमनियों में सूजन आना हो सकती है। कुछ मामले ऐसे भी सामने आए, जिनमें खून के थक्के जमने या सूजन से हृदयघात, लकवा, पैरों में कमजोरी महसूस होना, किडनी, लीवर पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा। ऐसे में जरूरी है कि थकान, खांसी या अन्य शारीरिक समस्या ज्यादा दिनों तक रहे तो तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें।
डा. सलिल भार्गव के अनुसार, रोग को लेकर घबराने के बजाए सजगता से काम लेकर उसे दूर किया जा सकता है। कई रोग ऐसे होते हैं जिन्हें नियमित व्यायाम, प्राणायाम और सही खानपान से दूर किया जा सकता है। कुछ रोगों को उपचार से दूर किया जा सकता है। स्वस्थ रहने के लिए सबसे पहले हमें अपनी दिनचर्या, अहार-विहार की आदतों में सुधार लाने की जरूरत है।
किसी भी संक्रमण से उपजी समस्या को दूर करने के लिए आहार में कैलि्शयम, मैग्नेशियम, प्रोटीन और विटामिन सी को शामिल करें। कैलि्शयम, मैग्नेशियम को दवा के रूप में करीब एक माह तक लिया जा सकता है, बशर्ते आपके शरीर में इसकी अधिकता न हो। जिंक की पूर्ति के लिए दवा का सेवन चिकित्सकीय सलाह से करें। आहार और व्यायाम दोनों ही धीरे-धीरे बढ़ाते हुए पहले की तरह सामान्य सि्थति में आएं। प्राणायाम, टहलना, दौड़ना, योग दिनचर्या में शामिल करें। एक साथ ज्यादा व्यायाम करना हानिकारक हो सकता है।
कोविड के बाद भी शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे हृदय, किडनी, फेफड़े, लीवर और दिमाग पर तक असर हुआ। कई बीमारियां ऐसी है जो आहार और व्यायाम से भी दूर हो जाती है। इसलिए खानपान और व्यायाम पर ध्यान दें। यदि कमजोरी ज्यादा महसूस हो तो चिकित्सकीय परामर्श लें।