इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। चर्म रोग में बगैर डाक्टरी सलाह के दवाई लेना नुकसानदायक हो सकता है। दाद, मुंहासे, खुजली इत्यादि होने पर अपने मन से मेडिकल स्टोर से ली दवाई कुछ दिन राहत दे सकती है, लेकिन लंबे समय तक राहत नहीं दे सकती। इस मौसम में त्वचा रोग के मरीज बढ़ जाते हैं। इसकी वजह है कि इस मौसम में शरीर से ज्यादा पसीना आता है और यह त्वचा पर सूखकर बीमारी फैलाता है।
यह बात त्वचा रोग विशेषज्ञ डा. जेएस छाबड़ा ने नईदुनिया से चर्चा में कही। उन्होंने कहा कि इस मौसम में पसीना अधिक निकलने की वजह से शरीर में पानी की समस्या हो जाती है। इसका असर त्वचा पर भी पड़ता है। त्वचा रुखी होने लगती है। जरूरी है कि हम शरीर में पानी की कमी न होने दें। इसके लिए जरूरी है कि पर्याप्त मात्रा में पानी और अन्य पेय पदार्थ लेते रहें।
बाजार में वर्तमान में पर्याप्त फल उपलब्ध हैं। कोशिश करें कि विटामिन सी से भरपूर फलों का सेवन करें। इसका असर त्वचा पर पड़ता है। त्वचा चमकदार बनती है। इस मौसम में तंग कपड़े पहनने से बचें। तेज धूप में निकलने से बचें। धूप में निकलना जरूरी हो तो शरीर को कपड़े से ढंककर ही बाहर निकलें। पूरी बांह के कपड़े पहनें।
गर्मी के दिनों में बाजार का मसालेदार खाना आपका हाजमा तो बिगाड़ ही सकता है, इसमें होने वाला तेल आपकी त्वचा पर भी असर डालता है। कोशिश करें कि बहुत ज्यादा मसालेदार खाने से परहेज करें। सलाद खाने में जरूर शामिल करें। बाजार में इन दिनों तरह-तरह के फेसवाश और माइश्चराइजर उपलब्ध हैं। कोशिश करें कि गुणवत्तापूर्ण फेसवाश और माइश्चराइजर इस्तेमाल करें। गर्मी और पसीने के चलते दिन में तीन-चार तक मुंह धो सकते हैं। धूप में निकलने से पहले सनक्रीम लगा लें।