High cholesterol: खून में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर जीभ, पैर और आंखों में दिखते हैं ये संकेत
High Cholesterol symptoms शरीर में जब Cholesterol की मात्रा 200 mg/dL से ज्यादा हो जाती है तो इसे हाई कोलेस्ट्रॉल माना जाता है।
By Sandeep Chourey
Edited By: Sandeep Chourey
Publish Date: Thu, 08 Jun 2023 03:15:30 PM (IST)
Updated Date: Thu, 08 Jun 2023 10:38:52 PM (IST)

High Cholesterol symptoms । उच्च कोलेस्ट्रॉल आमतौर पर शरीर को चुपचाप नुकसान पहुंचाता है और कई घातक बीमारियों के खतरे में डाल देता है। लेकिन शरीर में यदि Cholesterol बढ़ जाता है तो आंखों, पैरों और जीभ में इसके प्रारंभिक लक्षण दिखाई देते हैं, जिनसे हम कोलेस्ट्रॉल को लेकर अलर्ट हो सकते हैं।
क्या होता है Cholesterol
हमारे शरीर में Cholesterol एक मोम के समान चिपचिपा पदार्थ होता है, जो दिल के दौरे या स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा देता है। कोलेस्ट्रॉल भी हमारे शरीर में दो तरह का होता है। एक LDL Cholesterol, जो दिल के लिए नुकसानदायक होता है। शरीर में LDL Cholesterol बढ़ा हुआ लेवल कई तरह की बीमारियों को जन्म देता है। वहीं HDL Cholesterol सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
पैरों में उच्च कोलेस्ट्रॉल के लक्षण
पैरों में उच्च कोलेस्ट्रॉल के सबसे आम लक्षण पैरों में दर्द, ऐंठन के रूप में दिखाई देते हैं। कई लोगों को जमीन पर लगातार बैठने में भी दिक्कत होने लगती है। पैरों की धमनियों में खून का प्रवाह सुचारू रूप से नहीं हो पाने के कारण मांसपेशियों में दर्द, ऐंठन, सुन्नता और थकान होने लगती है। ये लक्षण दिखाई देने पर भी तत्काल डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
आँखों में उच्च कोलेस्ट्रॉल के लक्षण
शरीर का उच्च कोलेस्ट्रॉल से आंखें भी तेजी से प्रभावित होती है। नजर कमजोर होने लगती है और यदि चश्मे का नंबर भी बढ़ सकता है। त्वचा में कठोरता भी आने लगती है। आंखों के नीचे की त्वचा पर नारंगी या पीले रंग के धब्बे दिखने लगते हैं। ये शरीर में बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के लक्षण हैं।
जीभ में कोलेस्ट्रॉल के लक्षण
जीभ भी उच्च कोलेस्ट्रॉल से प्रभावित हो सकती है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर सांसों में दुर्गंध और मुंह में खराब स्वाद हो सकता है। जीभ की नोक में बैंगनी नीला रंग होना भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की निशानी है।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाए तो क्या होगा?
शरीर में जब Cholesterol की मात्रा 200 mg/dL से ज्यादा हो जाती है तो इसे हाई कोलेस्ट्रॉल माना जाता है। जीवन शैली में सामान्य बदलाव से भी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम किया जा सकता है। Cholesterol को साइलेंट किलर कहा जाता है क्योंकि स्वास्थ्य पर इसका काफी खतरनाक असर पड़ता है।
डिस्क्लेमर
स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।