लाइफस्टाइल डेस्क, इंदौर। हमारे शरीर के लिए ऊर्जावान बनाए रखने में कार्बोहाइड्रेट की अहम भूमिका होती है। शरीर में कार्बोहाइड्रेट की पूर्ति ग्लूकोज, फ्रुक्टोज और सुक्रोज के रूप में होती है। ये सभी शुगर का ही रूप है। ग्लूकोज एक साधारण शर्करा है, जिसे मोनोसैकेराइड के रूप में भी जाना जाता है और यह शरीर की कोशिकाओं के लिए ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत है। यह आसानी से छोटी आंत से सीधे रक्त प्रवाह में अवशोषित हो जाती है और ऊर्जा उत्पादन में उपयोग के लिए शरीर की कोशिकाओं तक पहुंच जाती है।
वहीं दूसरी ओर सुक्रोज एक डिसैक्राइड है, जो ग्लूकोज और फ्रुक्टोज अणुओं के एक साथ बंधे होने से बना होता है। अवशोषित होने से पहले शरीर को सुक्रोज को उसके घटक भागों में तोड़ने की आवश्यकता होती है। छोटी आंत में स्थित एंजाइम सुक्रोज को ग्लूकोज और फ्रुक्टोज में तोड़ देते हैं और इसके बाद रक्त प्रवाह में अवशोषित हो जाते हैं।
नोएडा स्थित आरोग्यं हेल्थ सेंटर के क्लीनिकल डाइटिशियन डॉ. वीडी त्रिपाठी के मुताबिक, ग्लूकोज और फ्रुक्टोज में अंतर रासायनिक संरचना, इस्तेमाल और इनके सोर्स फूड्स को लेकर होता है। शरीर को ऊर्जा देने का सबसे प्रमुख सोर्स ग्लूकोज होता है, जो तेजी से अवशोषित हो जाता है। वहीं फ्रुक्टोज फल और शहद में पाया जाता है। फ्रुक्टोज में ग्लूकोज के मुकाबले अधिक मिठास होती है। ग्लूकोज की तुलना में फ्रुक्टोज अवशोषित करने में ज्यादा समय लगता है। यहीं कारण है कि फ्रुक्टोज का ज्यादा सेवन करने से इंसुलिन स्तर ज्यादा प्रभावित नहीं होता है।
ग्लूकोज का सेवन तब ज्यादा करना चाहिए, जब शरीर में शुगर लेवल कम हो जाता है। इसके अलावा व्यायाम के दौरान या शारीरिक गतिविधि के समय देने के बाद भी ग्लूकोज का सेवन कर सकते हैं। ग्लूकोज अनाज, दूध आदि में ज्यादा होता है, वहीं दूसरी ओर फ्रुक्टोज का उपयोग धीरे धीरे ऊर्जा की आवश्यकता के लिए किया जाता है। यह गन्ना, अमरूद, केला, आम, अंगूर, सेब आदि ज्यादा होता है।