Diabetes Tips । डायबिटीज रोग में रक्त में शकर की मात्रा सामान्य से अधिक हो जाती है। यह चयापचय संबंधी बीमारियों का समूह है। इसमें बार-बार पेशाब आना, बार-बार प्यास लगना व अत्यधिक भूख लगती है। इंसुलिन की कमी से शुगर की बीमारी होती है। इंसुलिन एक हार्मोन है, जो पेनक्रीयास नाम के अंग से निकलता है। व्यायाम या शारीरिक परिश्रम न होना, परिवार में किसी व्यक्ति को मधुमेह होना, मोटापा, कोलेस्ट्राल का बढना, बढ़ती उम्र, गलत भोजन, आधुनिक जीवनशैली में मधुमेह हो जाता है। उक्त बात नईदुनिया हेलो डाक्टर कार्यक्रम के तहत नईदुनिया कार्यालय आई होम्योपैथिक डाक्टर चंचल मकवाना ने कही। एक घंटे के इस कार्यक्रम में कई पाठकों ने फोन लगाए जिनको उचित समाधान दिया।
-बहुत अधिक प्यास लगना
-बार- बार पेशाब आना
-भूख अधिक लगना
-थकान महसूस होना
-चिड़चिड़ापन, स्वभाव में बदलाव
-घाव भरने में बहुत अधिक समय लगना
-आंखों के सामने धुंधलापन
-स्किन इन्फेक्शन
-हाथ- पैरों में झुनझुनी
मधुमेह वाले मरीजों को इलाज के साथ-साथ अपनी जीवन शैली में भी बदलाव लाना जरूरी है। इसमें खास कर मीठे से परहेज करना है। साथ ही कार्बोहाइड्रेट वाले भोजन न करें। रोजाना शारीरिक व्यायाम करें। सुबह-शाम टहलने जाएं। आइसक्रीम- चाकलेट का सेवन नहीं करें। आपका वजन ज्यादा है तो उसे नियंत्रित करें। सिगरेट -शराब से परहेज करें।
सवाल-मेरी उम्र 67 वर्ष है। बार-बार पेशाब आती है। रात में भी दो -तीन बार उठना पड़ता है। क्या करें। -राजाराम सोलंकी, नागदा
जवाब-आपको शुगर की जांच करवाना चाहिए। साथ ही पेट की सोनोग्राफी भी करवाना चाहिए। क्योंकि यह लक्षण 60 वर्ष के ऊपर वालों में प्रोटेस्ट ग्रंथि के बड़े होने से होते हैं।
सवाल- मुझे 10 साल से शुगर है। कमजोरी बहुत ज्यादा लगती है। क्या करें।-रेखा जायसवाल, कुक्षी
जवाब- शुगर का लेवल मेंटेन रखने के लिए चिकित्सक से परामर्श कर गोली खाते रहें। वहीं अन्य लक्षण जैसे कमजोरी व शरीर में दर्द हो तो होम्योपैथिक डाक्टर से परामर्श कर होम्योपैथिक इलाज भी चालू करें।
सवाल- मुझे शुगर भी है व वजन भी बहुत ज्यादा है। इससे मैं बहुत परेशान हो चुका हूं। क्या करूं। -सर्वेश सोनी, धार
जवाब- शकर से बना सब कुछ खाना बंद कर दीजिए। कार्बोहाइड्रेट भोजन में ज्यादा न लें। तला हुआ खाना बंद करें। 30 मिनट रोजाना सुबह पैदल चलें। वजन कम करने के लिए होम्योपैथिक दवाइयों का इस्तेमाल करें।