हेल्थ डेस्क, इंदौर। शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए सबसे पहली हिदायत जो दी जाती है वो है सही खानपान और एक्सरसाइज करने की। एक्सरसाइज शरीर को कई प्रकार की बीमारियों से बचाता है और स्फूर्ति भरा जीवन जीने में सहायक होता है।
हर दिन एक जैसी इंटेंस एक्सरसाइज करना एक बोरिंग या थकान भरा काम हो सकता है। हर दिन एक ही जैसी ऊर्जा शरीर में नहीं होती है और हर दिन एक्सरसाइज करने का मन भी नहीं होता है।
एक्सरसाइज का मतलब वेट लिफ्टिंग, रनिंग या जिम जाना ही नहीं होता है। कोई भी गतिविधि जो आपको शारीरिक रूप से मूव करे और स्वास्थ्य लाभ दे, वो एक प्रकार की एक्सरसाइज ही है, इसलिए मन न होने के कारण एक्सरसाइज स्किप करना गलत हो सकता है।
ऐसे में अपनाएं ऐसी टिप्स जिससे एक्सरसाइज करने का मन न होने पर भी आप एक्सरसाइज करने के बराबर लाभ उठा सकें...
इसमें झुक कर मिट्टी में पौधे लगाना हुआ, गार्डन की सफाई करनी हुई या फिर पौधों में पानी डालना हुआ, सभी गतिविधियां किसी न किसी रूप में स्ट्रेचिंग और वेट लिफ्टिंग की तरह होती हैं जो शारीरिक के साथ मानसिक स्वास्थ्य लाभ भी पहुंचाती हैं।
एक दिन अपने वाशिंग मशीन को रेस्ट दें। कपड़ों को हाथ से धुलें और अच्छे से निचोड़ कर फैलाएं। इससे हाथ पैर की मांसपेशियां स्ट्रेच होती हैं, पेट अंदर जाता है और मेहनत करने से हार्ट रेट भी संतुलित बना रहता है।
इससे बाइसाइकिल क्रंच जैसे वर्कआउट होते हैं जिससे पेट अंदर होने में मदद मिलती है, पैरों की मांसपेशियां कम समय में टोन होती हैं, पॉश्चर और कोऑर्डिनेशन में सुधार होता है, बॉडी फैट कम होता है, फ्लेक्सिबिलिटी और स्ट्रेंथ बढ़ता है।
ये एक बेहतरीन स्ट्रेस बस्टर है। ये कार्डियो का विकल्प है जो कि फुल बॉडी टोनिंग और वर्कआउट है जो कि जोड़ों पर भी कम दबाव डालता है।
बात करते करते कब आप मीलों चल देंगे इसका आभास भी नहीं होता है। ये कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ को मजबूत रखता है, शरीर में फील गुड केमिकल एंडोर्फिन रिलीज करता है, नेचर से कनेक्ट करता है, अपने कंफर्ट जोन में रहता है और इंसान को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ बनाता है।