लाइफस्टाइल डेस्क, इंदौर। युवा हो या वयस्क व्यक्ति या कोई बुजुर्ग, सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस या लम्बर स्पोंडिलोसिस की समस्या किसी को भी हो सकती है। आमतौर यह समस्या एक जैसी स्थिति में लगातार बैठे रहने या सोते समय ज्यादा ऊंचा तकिया लेने के कारण भी हो सकती है। इस कारण से गर्दन में दर्द, कठोरता, सिरदर्द और कभी-कभी बाहों में दर्द या कमजोरी जैसे लक्षण महसूस होते हैं। इंदौर के फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. देवेंद्र पाठक के मुताबिक, सर्वाइकल दर्द से बचने के लिए इन बातों की सावधानी रखना चाहिए।
ऑफिस, दुकान या घर में काम के दौरान लगातार एक जैसी स्थिति में न बैठें। इससे गर्दन की मांसपेशियों पर तनाव आता है। गर्दन को पर्याप्त आराम देने की कोशिश करें। उठते, बैठते या सोते समय शरीर की मुद्रा सही रखें। इससे सर्वाइकल दर्द की समस्या से बचा जा सकता है या कम किया जा सकता है।
Cervical Pain होने पर दर्द और सूजन को कम करने से लिए अच्छे से सिकाई करें। इस बात का ध्यान रखें कि सिकाई ठंडी और गर्म दोनों ही करना चाहिए। इससे मांसपेशियों में संकुचन और फैलाव होता है, जिससे दर्द व सूजन तेजी से कम होते हैं। Cervical Pain जल्द खत्म होता है।
Cervical Pain से बचने के लिए रोज हल्का व्यायाम या योगाभ्यास जरूर करना चाहिए। व्यायाम के दौरान ज्यादा भारी चीजों को उठाने से भी बचना चाहिए। अर्ध मत्स्येन्द्रासन, मार्जरीआसन, मत्स्यासन का अभ्यास करना Cervical Pain में राहत देता है।