बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। भोजन करने के बाद पांच से 10 मिनट लगातार वज्र आसन का अभ्यास करें। इससे शरीर को फायदा मिलेगा। पाचन क्रिया तेजी होगी। इससे अपचन, गैस, एसिडिटी की समस्या नहीं आएगी। लिहाजा, शरीर सेहतमंद रहेगा। योग विशेषज्ञों का कहना है कि इस आसन को बच्चे से लेकर युवा और बुजुर्गकर सकते हैं।
योग विशेषज्ञ का कहना है कि वज्रासन करने के लिए पहले जमीन पर बैठना होता है। इसके बाद दोनों पैरों को घुटनों से मोड़कर एड़ियों के बल बैंठे। दोनों पैरों के अंगूठे एक-दूसरे के साथ मिलाएं। कमर को एकदम सीधा रखें और दोनों हाथों की कोहनियों को बिना मोड़े घुटने पर रखें। दोनों हाथों को जांघों पर रखकर सामने की ओर देखें। शुरुआत में इस योग को पांच मिनट या जब तक पैरों का तनाव सहन कर सकते हैं, तब तक करें। इसके बाद धीरे-धीरे समय बढ़ाते हुए 15 मिनट से आधे घंटे तक किया जा सकता है। वज्रासन योग अभ्यास करने से शरीर का पाचन तंत्र मजबूत होता है।
यह ऐसा योग है, जिससे पेट में गैस, एसिडिटी, अपचन आदि समस्याएं दूर होती हैं। ब्लड सरकुलेशन बेहतर होता है और हृदय से जुड़ी बीमारियां भी दूर रहती हैं। इसे करने से शरीर में जमा एक्स्ट्रा चर्बी कम होती है और वजन बढ़ता है। मोटापे से परेशान लोगों को भी यह अभ्यास करना चाहिए। इससे मांसपेशियां और हड्डियां मजबूत होती हंै। इसे बच्चे से लेकर बूढ़े तक कर सकते हैं। वज्रासन करने से आंखों की रोशनी बढ़ती है, जो लोग अधिक देर तक लैपटाप, कंप्यूटर आदि पर बैठे रहते हैं।
उन्हें दिक्कत आती है। इसलिए उन्हें वज्रासन जरूर करना चाहिए। वज्रासन करने से एकाग्रता बढ़ती है और मन शांत रहता है। तनाव दूर रहता है, जो लोग सीटिंग जाब करते हैं। उन्हें वज्र आसन करना चाहिए। वज्रासन करने से आलस दूर होता है और शरीर में भरपूर ऊर्जा आती है।