Rabies: जानलेवा है रेबीज का वायरस, जानवरों के काटने से फैलती है यह बीमारी, इलाज में न बरतें लापरवाही
रेबीज एक ऐसा वायरस है जो आमतौर पर जानवरों के काटने से फैलता है। जानिए इसके लक्षण और उपचार
By Ashish Kumar Gupta
Edited By: Ashish Kumar Gupta
Publish Date: Sun, 25 Jun 2023 08:16:19 AM (IST)
Updated Date: Sun, 25 Jun 2023 08:16:19 AM (IST)

Rabies: रेबीज एक जानलेवा बीमार है परंतु इसकी रोकथाम पूर्णत: संभव है। रेबीज एक ऐसा वायरस है जो आमतौर पर जानवरों के काटने से फैलता है। इसके लक्षण दिखने में भी काफी समय लग जाता है। इलाज में देरी होने पर यह जानलेवा साबित होता है। यदि समय रहते लोग इसके प्रति सचेत हो जाएं, तो काफी हद तक बचा जा सकता है।
कचना स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डा पंकज किशोर का कहना है कि समय पर इलाज करवाकर और एंटी-रेबीज का टीका लगवाकर जान बचाई जा सकती है। रेबीज का टीका प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और जिला अस्पतालों में निश्शुल्क लगाया जाता है। रेबीज के 97 प्रतिशत मामले संक्रमित कुत्ते के काटने के कारण होता है। कुत्ता, बिल्ली, बंदर, नेवला, लोमड़ी, सियार या अन्य जंगली जानवरों के काटने से भी रेबीज हो सकता है। जानवरों के द्वारा चाटने, नाखून मारने से भी रेबीज हो सकता है।
उनका कहना है कि कुत्ते के काटने के 72 घंटे के भीतर एंटी-रेबीज वैक्सीन अवश्य लगवा लेना चाहिए। जानवरों के काटने पर घाव को तत्काल साबुन या एंटिसेप्टिक से 15 से 20 मिनट तक बहते पानी से धोना चाहिए। रेबीज से बचने के लिए घर के पालतू जानवरों कुत्ता, बिल्ली या अन्य पशुओं को जरूरी टीका लगवाना चाहिए। पालतू जानवरों को अपनी निगरानी में रखें।