
डिजिटल डेस्क, इंदौर। अंडा प्रोटीन का अच्छा स्रोत माना जाता हैं। इसमें हाई प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड,विटामिन ए, डी, बी12 और फॉस्फोरस भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसमें मिनरल्स जैसे कि आयरन, जिंक, सेलेनियम भी होते हैं, जो सेहत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं।
मगर, सभी लोगों को ये एक समान मात्रा में पच जाए यानी डाइजेस्ट हो जाए ये जरूरी नहीं है। कुछ लोग अंडे डेली खाकर पचा लेते हैं, लेकिन कुछ लोगों में इसे पचाने की शक्ति कम होती है। ऐसे में इसका अधिक मात्रा में सेवन कई बार बहुत सारी प्रॉब्लम की जड़ बन जाता है।
अंडों के अधिक सेवन से हाई कोलेस्ट्रॉल, एलर्जी, इन्फेक्शन और इसके अधिक मात्रा में सेवन से शरीर में होने वाले रसायनिक दुष्प्रभाव के होने की भी आशंका होती है। इसलिए संतुलित मात्रा में अंडों का सेवन करें, ताकि इन दुष्प्रभावों से बचा जा सके।

कोलेस्ट्रॉल बढ़ना- अंडा पोषक तत्वों से भरपूर होता है। मगर, इसकी जर्दी में अधिक मात्रा में कोलेस्ट्रॉल होता है। इसे अधिक खाने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है, जो हृदय रोग के खतरे को बढ़ा सकता है।
एलर्जी- कुछ लोगों को अंडे से एलर्जी होती है, जो उनके स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। ऐसे में डेली अंडे का सेवन उनके लिए साधरण से गंभीर समस्याओं को खड़ा कर सकता हैं। इसमें एनाफाइलेक्सिस जैसी गंभीर समस्या भी हो सकती है। इसलिए एलर्जी वाले लोग अंडे को अवॉइड करें।

पाचन संबंधी समस्याएं- कुछ लोगों को रोजाना अंडा खाने से पाचन संबंधी प्रॉब्लम होने लगती है। इसकी वजह से उन्हें पेट में सूजन, गैस, उल्टी,अपच और पेट फूलने जैसी प्रॉब्लम होने लगती है।
सैचुरेटेड फैट हो सकता है घातक- अंडे में मौजूद सैचुरेटेड फैट कुछ लोगों के लिए हानिकारक हो सकता है। खासकर तब, जबकि अंडे को फ्राई किया गया हो। ये ऐसे लोगों में सीधे सीधे हार्ट हेल्थ को प्रभावित करता है।
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बायोटिन अवशोषण- सफेद अंडे में एविडिन नामक प्रोटीन पाया जाता है, जो हमारे शरीर में जाकर बायोटिन से जुड़ने के बाद अवशोषण की शक्ति को कम कर देता है। इससे हमारे द्वारा खाई गई किसी भी चीज का अवशोषण नहीं हो पाता और फिर शरीर को सम्पूर्ण पोषण नहीं मिल पाता है।