हेल्थ डेस्क, इंदौर। कहते हैं कि खाना ही एक दवा का रूप है। अगर, संतुलित तरीके से पौष्टिक आहार लिया जाए तो बुढ़ापे तक भी किसी दवा को जरूरत नहीं पड़ती है। आजकल की बदलती जीवनशैली ने खाने को सीधा जहर का रूप देना शुरू कर दिया है। अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स ने मार्केट से लेकर सभी के घरों में और सबके जीवन में बड़े ही आसानी से जगह बना ली है। दस मिनट की फूड डिलिवरी ने इस रोग को और भी बढ़ावा दिया है।
ऐसे फूड्स शारीरिक के साथ मानसिक स्वास्थ्य से भी खिलवाड़ करते हैं। इनसे डिप्रेशन और एंजाइटी आसानी से ट्रिगर होती है।
इसलिए इन 5 फूड्स से बनाएं दूरी जिनसे ट्रिगर हो सकती है एंजाइटी..
डेजर्ट, कैंडी, आइसक्रीम जैसे शुगर युक्त फूड्स तेज़ी से शुगर स्पाइक करते हैं। इससे शॉर्ट टर्म में तो रिलैक्स और खुशी महसूस होती है, लेकिन लॉन्ग टर्म के लिए ये बेहद खतरनाक है। ये शरीर के स्ट्रेस से डील करने की क्षमता को कमजोर करता है। फिर शुगर एडिक्शन होने पर इससे दूरी बनाने से इसके पैनिक अटैक जैसे विथड्रावल लक्षण देखने को मिल सकते हैं, जैसे चिड़चिड़ापन, एंजायटी और डिप्रेशन।
कैफीन युक्त कॉफी शरीर में स्ट्रेस हार्मोन को ट्रिगर करती है, इससे हार्ट रेट बढ़ता है और ब्लड स्ट्रीम में शुगर रिलीज़ होता है। इससे पैनिक अटैक जैसा महसूस होता है जिससे एंजायटी बढ़ती है।
इसमें फाइबर और माइक्रोन्यूट्रिएंट न के बराबर होता है। मोनोसोडियम ग्लूटामेट जैसे एडिटिव होते हैं, जिससे एंजाइटी और डिप्रेशन बढ़ता है।
इनमें ग्लूटन पाया जाता है, जिससे ग्लूटन इनटोलरेंस, सीलियक डिजीज जैसी बीमारियां होती हैं। विशेषज्ञों ने इनका नाता एंजाइटी से सीधे तौर पर पाया है। अगर, इन फूड्स को खाने के बाद एंजाइटी महसूस हो तो ग्लूटन फ्री डाइट ले कर लक्षणों को क्रॉस चेक करें।