
डिजिटल डेस्क, इंदौर। डायबिटीज से बचाव करने के लिए सजग रह कर हेल्दी डाइट लेना ही इसका पहला चरण है। अगर डाइट पर ध्यान न दिया जाए, तो रोजमर्रा में खाई जाने वाली बेसिक सी चीजें डायबिटीज का कारण बन सकती हैं। हाालंकि, हम जिन तीन चीजों की बात कर रहे हैं, वो बेसिक हैं। मगर, कई तरह के फ्रूड प्रोडक्ट्स में जमकर इस्तेमाल होती हैं।
कई लोगों को इस बात का आभास भी नहीं होता है कि वे डायबिटीज को न्योता देने वाले फूड्स का अंधाधुंध सेवन कर रहे हैं। इसलिए सचेत रहें और ये जान लें कि इन 3 फूड्स का सेवन करने वालों को डायबिटीज से कोई नहीं बचा सकता है।
तेजी से शुगर स्पाइक करने वाले हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स से दूरी बनाने में ही बुद्धिमानी है। हर फूड कुछ न कुछ न्यूट्रिएंट देते हैं, लेकिन शुगर युक्त फूड्स और स्नैक्स को खाने से बचना चाहिए।
कुकीज, सॉस, कॉन्डिमेंट, कैंडी बार, आइसक्रीम, फ्रूट फ्लेवर योगर्ट, केक, डोनट, मेपल सिरप, इन सभी फूड्स में लो क्वालिटी कार्ब्स और जीरो न्यूट्रीशन पाया जाता है। इससे मात्र वेट गेन और ब्लड शुगर स्पाइक होता है जो कि डायबिटीज की तरफ खींचता है।

अधिक सोडियम वाले फूड्स जैसे चिप्स, प्री कुक्ड पैकेज्ड मील, प्रोसेस्ड मीट, फास्ट फूड्स आदि का सेवन करने से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, सोडियम सीधे तौर पर डायबिटीज के लिए जिम्मेदार नहीं होता है लेकिन इससे स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन का खतरा बढ़ता है।
खाने में जरूरत से ज्यादा सोडियम की मात्रा होने पर यह किडनी के लिए भी खतरनाक है। ब्लड प्रेशर प्रभावित करने के कारण सोडियम डायबिटीज के एक रिस्क फैक्टर में शामिल हो जाता है। इसलिए अधिक सोडियम वाले फूड्स का सेवन करने से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।
फैट और डायबिटीज के तार सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं। एक्स्ट्रा बॉडी फैट टाइप-2 डायबिटीज के लिए एक मुख्य रिस्क फैक्टर है। फैट कैलोरी से भरपूर होता है जिससे तेजी से वेट गेन होता है। अनसैचुरेटेड फैट को गुड फैट भी कहते हैं जिससे कोलेस्ट्रॉल लेवल संतुलित होता है और इससे हार्ट का खतरा नहीं बढ़ता है।
मगर, खास तौर से सैचुरेटेड फैट और ट्रांस फैट डायबिटीज के लिए खतरे का बड़ा कारण हैं। दरअसल, ये हार्ट संबंधी बीमारियों को न्योता देते हैं, जिससे डायबिटीज का खतरा भी बढ़ता है।