नईदुनिया प्रतिनिधि, खंडवा। Neuro Problems: स्वास्थ्य के प्रति सजगता से हम गंभीर बीमारियों से बच सकते है। नसों के कमजोर होने से ही न्यूरो संबंधी परेशानियां शुरू होती हैं। इसे नजर अंदाज करने पर जटिल रोग और समस्याएं सामने आती है। आमतौर पर सिर दर्द को सामान्य मानकर ध्यान नहीं दिया जाता है। मस्तिष्क की अधिकांश बीमारियों का यह प्रारंभिक लक्षण हो सकता है। स्वस्थ रहने के लिए नियमित व संतुलित खानपान, व्यायाम, पैदल घूमने के अलावा समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण आवश्यक है।
नईदुनिया के हेलो डाक्टर कार्यक्रम में शासकीय मेडिकल कालेज के एमडी मेडिसिन डा. मोहित गर्ग ने फोन के माध्यम से पाठकों की समस्याओं का समाधान किया। उन्होंने कहा कि नसों से जुड़ी बीमारियां, स्ट्रोक, माइग्रेन, मिर्गी, रीढ़ की हड्डी से जुड़ी, स्पाइनल ट्यूमर, कैंसर आदि समस्याएं शामिल हैं। रक्त नलिकाएं सिकुड़ने से रक्तचाप बढ़ जाता है। जो लोग उच्च या निम्न रक्तचाप से पीड़ित हैं उन्हें नियमित जांच करानी चाहिए। इस स्थिति में ब्रेन हेमरेज की आशंका बढ़ जाती है।
अभी मौसम में परिवर्तन हो रहा है। इसलिए सावधानी बरतने की जरूरत है। सुबह और शाम को तापमान गिरने से मरीजों को परेशानी हो सकती है।
लकवा होने के कई कारण होते है। के शिकार मरीज भी फिजियोथेरेपी कराएं। इससे हड्डियों में लचीलापन आता है। घर में भी व्यायाम करते रहना चाहिए। उन्होंने अंत में सभी को सलाह दी कि किसी भी प्रकार से बीमारी से बचना है तो नियमित दिनचर्या व खानपान जरूरी होगा। यदि व्यक्ति की दिनचर्या व खानपान सही रहता है तो बीमारी होने की आशंका न के बराबर रहती है।
डा. गर्ग ने बताया कि पार्किंसंस के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। इसे लेकर लोगों में अभी भी जागरूकता नहीं है। यह न्यूरो से जुड़ी बीमारी है, इसमें मस्तिष्क की कोशिकाओं का पतन होने लगता है। पार्किंसंस के लक्षणों में शरीर में कंपकंपी, हाथ.पैर में कठोरता, धीरे कदमों से चलना, झुक जाना, संतुलन और तालमेल की समस्याएं आती हैं।
मोबाइल,कंप्यूटर से बढ़ रही सर्वाइकल की समस्या
भागदौड़ भरी जिंदगी में हम सेहत का ध्यान रखना भूल रहे हैं। इस वजह से शरीर में कई तरह की दिक्कतें हो रही हैं। लगातार मोबाइल.कंप्यूटर स्क्रीन देखने की वजह से सर्वाइकल की समस्या बढ़ रही है। स्लिप डिस्क, गर्दन दर्द, लगातार सिर दर्द , ब्रेन हेमरेज की परेशानी हो रही है। ऐसे में सभी को अपनी सेहत का ख्याल रखना जरूरी हो गया है।ज्यादा देर तक भूखा रहने, तनाव और धूप में रहने से सिर में दर्द हो सकता है। इसके अलावा माइग्रेन से भी सिर दर्द होता है।
दिनचर्या रखें नियमित
डा. गर्ग ने सलाह दी कि हर व्यक्ति को अपने खानपान पर पूरा ध्यान देना चाहिए। समय पर भोजन करना चाहिए। इसके अलावा दिनचर्या भी नियमित होनी चाहिए। इसमें रात में जल्दी सोना, सुबह जल्दी उठना चाहिए। इसके अलावा स्वस्थ रहने के लिए मार्निंग वाक, योग, कसरत का सहारा लेना चाहिए। तनाव की बजाए खुश रहने का प्रयास करें।
पाठकों के सवाल और जवाब
सवाल- पैर व घुटने में दर्द होता है। पंजों में जलन होती है। क्या वजह है।राधेश्याम सिंगले खंडवा
जवाब- नसों से संबंधित समस्या हो सकती है। उम्र के हिसाब से कमजोरी है। शुगर की जांच करवाते रहे। दर्द किस वजह से हो रहा है। उसी के हिसाब से इलाज संभव हो सकेगा।
सवाल- मेरी मां को हाथ औेर उंगलियां कपकपाने की समस्या है। ज्यादा देर तक खड़ा रहने पर समस्या बढ़ जाती है। मनोज विधानी
जवाब- यह पार्किंसंस के लक्षण हैं। उम्र के साथ परेशानी होती है। इसका कोई स्थायी इलाज नहीं है। दवाईयां और ध्यान देना जरूरी है।
सवाल- पैरालिसिस किस कारण होता है। बचाव के लिए क्या एहतियात बरतना चाहिए।
जवाब- नसों में कमजोरी आने की वजह से ऐसा होता है। हड्डी के बीच नसें लंबे समय से दबी रहती हैं। खून का प्रवाह प्रभावित होने से ऐसा होता है।
सवाल- सोकर उठने पर अचानक चक्कर आने लगते है। करीब साल भर से हो रहा है। इससे सिर दर्द भी बना रहता है।
जवाब- यह सरर्वाइकल की समस्या है। गर्दन की कसरत करना है। गले में स्पोर्ट के लिए पट्टा लगाना होगा। जिला अस्पताल आकर मुझे दिखा भी सकते है।
सवाल- मेरी याददाश्त कमजोर हो गई है। बात करते करते अचानक भूल जाता हूं। इसका कारण क्या है। मनोहर तिर्थानी
जवाब- उम्र की वजह से दिमाग की नसें कमजोर हो जाती है। इसे लेकर तनाव लेने की जरूरत नहीं है। बातचीत कर पुरानी बातों को याद करते रहे।