मैगजीन डेस्क, इंदौर। वर्तमान समय में लोग समय बचाने के लिए आटा गूंथकर फ्रिज में रखने का विकल्प चुनते हैं, लेकिन यह आदत स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकती है।
फ्रिज में लंबे समय तक आटा रखने से उसमें बैक्टीरिया और माइकोटॉक्सिन पनपने लगते हैं, जो पेट दर्द, एसिडिटी और फूड प्वाइजनिंग जैसी बीमारियों का कारण बन सकते हैं। माइकोटॉक्सिन पाचन तंत्र पर बुरा असर डालते हैं और शरीर में विषैले तत्वों का निर्माण करते हैं।
फ्रिज में रखे आटे की पौष्टिकता धीरे-धीरे कम हो जाती है। इस आटे से बनी रोटियों में पोषण की कमी होती है, जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर असर पड़ता है। स्वाद के मामले में भी ताजा आटे की तुलना में यह रोटियां फीकी और कम प्रभावी होती हैं।
धार्मिक दृष्टिकोण से भी इसे अनुचित माना गया है। हिन्दू धर्म में गूंथा हुआ आटा पिंड के स्वरूप का प्रतीक माना गया है, जो नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकता है। इससे घर में अशुभता और समस्याएं बढ़ सकती हैं।
वैज्ञानिक रूप से भी यह सिद्ध हुआ है कि गूंथे हुए आटे को अधिक समय तक रखने से इसके पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। अतः इसे 6-7 घंटे से अधिक समय तक फ्रिज में रखना उचित नहीं है। ताजे आटे से बनी रोटियां न केवल स्वादिष्ट होती हैं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होती हैं।
गूंथे हुए आटे को लंबे समय तक फ्रिज में रखने से बचें। हमेशा ताजे आटे का उपयोग करें ताकि स्वास्थ्य और स्वाद दोनों का लाभ मिले। यह न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर है।
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