Bihar Chunav 2025: पहली बार सिर्फ 7 दिनों के लिए मुख्यमंत्री बने थे Nitish Kumar, जानिए किस नेता का है बतौर CM सबसे छोटा कार्यकाल
Bihar Election 2025: जैसे-जैसे बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीख करीब आ रही है, वैसे-वैसे नीतीश कुमार पर फोकस बढ़ता जा रहा है। उनके हर बयान और एक्शन को बारीकी से देखा जा रहा है। सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या उनके नेतृत्व में एक बार फिर बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी?
Publish Date: Fri, 25 Jul 2025 11:37:12 AM (IST)
Updated Date: Fri, 25 Jul 2025 11:43:57 AM (IST)
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की फाइल फोटोHighLights
- बिहार में इसी साल होने हैं विधानसभा चुनाव
- लालू यादव की पार्टी है मुख्य विपक्षी दल
- विपक्ष के निशाने पर हैं नीतीश कुमार
इलेक्शन डेस्क, इंदौर। चुनावी साल में बिहार (Bihar Election 2025) में सियास पारा गर्म है। एक तरफ नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए है, तो दूसरी और लालू यादव की पार्टी के नेतृत्व में महागठबंधन के दल मैदान में उतरे हुए हैं। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सीएम फेस हैं, जो अब तक बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में रिकॉर्ड कायम कर चुके हैं।
वैसे मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश की पारी की शुरुआत इतनी आसान नहीं रही थी। उन्होंने मार्च 2000 में पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, लेकिन बहुमत जुटाने में नाकाम रहे थे और 7 दिन बाद ही इस्तीफा (Nitish Kumar 7 days CM ) देना पड़ा था। यह वो समय था जब नीतीश समता पार्टी में थे।
20 साल से सत्ता में नीतीश कुमार, 6 बार BJP और 2 बार RJD के साथ बनाई सरकार
- नीतीश कुमार ने दूसरी बार 24 नवंबर 2005 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। तब बिहार में पहली बार भाजपा-जदयू गठबंधन के रूप में राजग (एनडीए) की सरकार बनी थी। सरकार पूरे पांच साल चली।
- 2010 के चुनावों में फिर भाजपा-जदयू के गठजोड़ को जीत मिली और 26 नवंबर 2010 को नीतीश ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद 22 फरवरी 2015 में नीतीश ने अपनी पार्टी जदयू की सरकार का गठन किया और मुख्यमंत्री बने।
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- इसके 10 महीने बाद 20 नवंबर 2015 में नीतीश ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस बार सरकार में जदयू अकेली नहीं थी। यहां लालू यादव की पार्टी आरजेडी के साथ उन्होंने महागठबंधन की सरकार बनाई।
- बिहार की राजनीति में यह पहला मौका था, जब लालू और नीतीश की पार्टियां एक साथ सत्ता में आई थीं। नीतीश कुमार के पलटी मारने की यह शुरुआत थी। 26 जुलाई 2017 को उन्होंने लालू का साथ छोड़ दिया और भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई। एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
16 नवंबर 2020 को विधानसभा चुनावों के बाद नीतीश ने फिर से जदयू-भाजपा (एनडीए) की सरकार बनाई और मुख्यमंत्री बने। हालांकि, इसके दो साल बाद रिश्तों में खटास आ गई। नीतीश ने 10 अगस्त 2022 को फिर से लालू की पार्टी का दामन थाम लिया। फिर महागठबंधन की सरकार बनी और नीतीश ने फिर शपथ ली।
यह महागठबंधन की सरकार करीब 2 साल चली। नीतीश कुमार ने एक बार फिर पलटी मारी और 28 जनवरी 2024 को जदयू-भाजपा (एनडीए) की नई सरकार बनाते हुए नौंवी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण ली। ![naidunia_image]()
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… जब कांग्रेस का नेता बना सिर्फ 5 दिन का सीएम
बिहार में मुख्यमंत्री के रूप में सबसे छोटा कार्यकाल एक कांग्रेसी नेता का रहा। सतीश प्रसाद सिंह सिर्फ 5 दिन के लिए मुख्यमंत्री बने थे, जो प्रदेश में रिकॉर्ड है। उन्होंने 27 जनवरी 1968 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, लेकिन बहुमत साबित नहीं कर पाने के कारण 5 दिन बाद ही इस्तीफा देना पड़ा था।