एजेंसी, पटना। लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद से निष्कासित और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने सोमवार को अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल से जुड़े दस्तावेज मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (CEO) कार्यालय में जमा किए। इन दस्तावेजों में पार्टी के निबंधन और वित्तीय खातों से संबंधित कागजात शामिल थे।
तेज प्रताप यादव ने इस दौरान सीईओ से मुलाकात की और प्रक्रिया को जल्द पूरा करने का आग्रह किया। सूत्रों के मुताबिक, सीईओ की ओर से उन्हें आश्वासन दिया गया कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है और इसे समय पर पूरा कर लिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, जिस पार्टी के दस्तावेज तेज प्रताप ने आयोग में सौंपे हैं, उसका पंजीकरण वर्ष 2020 में हो चुका है। गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को समय-समय पर अपने वित्तीय और प्रशासनिक दस्तावेज निर्वाचन आयोग को सौंपने होते हैं।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में भारत निर्वाचन आयोग ने 17 दलों को सूची से हटा दिया था, क्योंकि उन्होंने पिछले छह वर्षों में कोई चुनाव नहीं लड़ा। इसके अलावा, बिहार के 15 अन्य गैर मान्यता प्राप्त दलों को भी नोटिस जारी किया गया है, हालांकि तेज प्रताप की पार्टी का नाम इस सूची में शामिल नहीं था।
विधानसभा चुनाव की तैयारी तेज
इसी बीच, अक्टूबर-नवंबर में संभावित विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर सीईओ कार्यालय ने सभी जिलों में 16 कोषांगों का गठन कर दिया है। बुधवार से पटना में इन कोषांगों के नोडल अधिकारियों को राज्यस्तरीय प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जिलों में गठित कोषांगों में कार्मिक, प्रशिक्षण, ईवीएम, सामग्री, आईटी और कंप्यूटराइजेशन, निर्वाचक नामावली, शिकायत निवारण एवं वोटर हेल्पलाइन, वाहन, विधि-व्यवस्था, सुरक्षा योजना और भेद्यता मानचित्रण, निर्वाचन व्यय निगरानी, आचार संहिता, बैलेट पेपर-डाक मतपत्र एवं एटीपीबीएमएस, मीडिया और सोशल मीडिया, स्वीप, कम्युनिकेशन प्लान और प्रेक्षक कोषांग शामिल हैं।