एजेंसी, छपरा। छपरा-2 कार्य प्रमंडल में मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना के तहत गांवों की कनेक्टिविटी और विकास की रफ्तार अब और तेज होने जा रही है। योजना के तहत स्वीकृत पैमाने के अनुसार आने वाले वर्षों में ग्रामीण इलाकों की तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी।
ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना (फेज-I) के तहत 114 पथों की मंजूरी मिली है, जिनकी कुल लंबाई 211.603 किलोमीटर होगी और इन पर 190.91 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। योजना का उद्देश्य प्रत्येक गांव को मुख्य सड़क, प्रखंड और जिला मुख्यालय से सुरक्षित और आसान आवागमन सुविधा प्रदान करना है।
इसके अलावा, फेज-II के तहत 49 पथों की स्वीकृति दी गई है, जिनकी लंबाई 56.100 किलोमीटर है और लागत 40.89 करोड़ रुपये आएगी। इन सड़कों के निर्माण से दर्जनों गांव सीधे बाजारों और कस्बों से जुड़े रहेंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि सड़कें केवल आवागमन का साधन नहीं, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं।
पक्की सड़कें बनने से किसानों को अपनी उपज मंडियों तक पहुंचाने में सुविधा होगी, बच्चों के स्कूल और कॉलेज आने-जाने का सफर आसान होगा और मरीजों को अस्पताल ले जाना सरल होगा। ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना के तहत लगभग 231 किलोमीटर लंबी सड़कें बनेंगी और कुल 231 करोड़ रुपये सीधे ग्रामीण जीवन सुधार में लगाए जाएंगे।
कार्यपालक अभियंता का कहना है कि योजना पूरी होने पर छपरा जिले के गांवों में विकास की नई धारा बहेगी और यह ग्रामीण समृद्धि की आधारशिला बनेगी।
ग्रामीण इलाकों की सूरत बदलने की तैयारी
ग्रामीण कार्य विभाग, कार्य प्रमंडल छपरा-2 ने पिछले डेढ़ साल में कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं पूरी की हैं। 01 अप्रैल 2024 से 31 जुलाई 2025 तक हुए कार्यों की रिपोर्ट जिला पदाधिकारी सारण को भेजी गई है।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (फेज-III) के तहत 5 सड़कों का निर्माण पूरा हुआ, कुल लंबाई 30.910 किलोमीटर और लागत 16.69 करोड़ रुपये। मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत 8 पथ की लंबाई 12.105 किलोमीटर और लागत 6.99 करोड़ रुपये रही।
मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना के अंतर्गत 7 पुलों की स्वीकृति मिली है, जिनकी कुल लंबाई 224.41 मीटर और अनुमानित लागत 24.32 करोड़ रुपये है। इनका निर्माण जल्द शुरू होगा।