मल्टीमीडिया डेस्क। नए साल में होम लोन की दरों में गिरावट कायम है, ऐसे में हमने प्रापर्टी खरीदने व किराये से लेने पर एक नज़र डाली। इसके लिए हमने देश के 12 शहरों का आकलन किया जहां घर खरीदना किराये के मकान की तुलना में वहन करने योग्य है।
मान्यता ये है
- घर के मूल्य का की बीस प्रतिशत राशि डाउन पेमेंट होती है।
- होम लोन की अवधि 15 साल की होती है जिसमें 9.25% की वार्षिक ब्याज दर शामिल होती है।
- एक घर खरीदने के लिए व्यक्ति की बचत उसकी वार्षिक आय की 25 प्रतिशत होना चाहिए।
- व्यक्ति की मूल आय की 50 फीसदी राशि मासिक किश्त के तौर पर जाती है।
- घर खरीदने के लिए औसत बचत वार्षिक आय की 25 प्रतिशत मानी गई है।
- मूल आय का 50 प्रतिशत मासिक किश्त के रूप में माना जाता है।
- संपत्ति के मूल्य का डेढ़ प्रतिशत संपत्ति कर के रूप में होता है।
- रेंटल सुरक्षा डिपॉजिट राशि शहर दर शहर बदलती रहती है।
अब सवाल ये है कि एक लाख रुपए में कितना वर्गफीट खरीदा जा सकता है। असल में एक घर खरीदना एक बड़ा आर्थिक निर्णय होता है। खरीदने वाले के मन में यह बात रहती है कि उसे अपने खर्च किए जा रहे धन का उचित परिणाम मिले। एक साल के भीतर घर खरीदने व किराये से लेने की दर बदल गई है। एक ओर दिल्ली, में इन कीमतों में गिरावट आई है, वहीं हैदराबाद, चैन्नई व पुणे में दोनों दरों में उछाल आया है।
यदि आप शहरों में हैं तो ये करें
बेंगलुरु
हालांकि प्रापर्टी खरीदने व किराये से लेने की दर गिरी है ऐसे में 12 लाख रुपए की वार्षिक आया वालों को किराये का मकान ही लेना चाहिए।
चैन्नई
घर खरीदने के लिए यह तीसरा सबसे महंगा शहर है। 16 लाख रुपए तक की वार्षिक आय वालों के लिए किराये से मकान लेना ही ठीक रहेगा।
दिल्ली एनसीआर
यह घर खरीदने या किराये से लेने के लिए दूसरा सबसे महंगा शहर है।
हैदराबाद
यदि आप मासिक किश्त और किराये के अनुपात का तालमेल बैठा लेते हैं तो आपको यहां घर खरीदना चाहिए।
मुंबई
घर खरीदने के लिए सबसे महंगा शहर। 25 लाख रुपए प्रतिमाह कमाने वालों के लिए यहां किराये से रहना ही ठीक है।
कोलकाता
घर खरीदने या किराये से लेने के लिए अनुकूल शहर है। जिनकी आय प्रतिमाह 15 लाख रुपए तक है, वे यहां घर खरीद सकते हैं।
पुणे
यहां की कीमतें बेंगलुरु की तुलना में समान हैं।
अहमदाबाद
यह प्रापर्टी बाजार के लिए मुफीद जगह है। 8 लाख सालाना से कम आय वालों को यहां किराये से मकान लेना चाहिए।
इंदौर
घर खरीदने या किराये से रहने के लिए यह सर्वाधिक अनुकूल शहर है। 8 लाख से अधिक सालाना आय वाला कोई भी व्यक्ति यहां घर खरीद सकता है।
कोच्चि
नए शहरों के बीच यह एक महंगा शहर है। यहां 8 लाख रुपए की आय वालों को घर खरीदने की बजाय किराये से लेना ही ठीक रहेगा।
लखनऊ
किराया दर कम होने के कारण 8 लाख वार्षिक आय वालों को यहां किराये से मकान लेना चाहिए।
जयपुर
कम किराये वाला एक और शहर। यहां 8 लाख तक वार्षिक आय वाले एक अच्छा घर किराये से ले सकते हैं।