डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत सरकार ने बुधवार को अहम फैसला लेते हुए रेलवे के ग्रुप C और ग्रुप D कर्मचारियों को इस साल 78 दिनों का बोनस देने का फैसला किया है। सरकार के इस फैसले से करीब ग्यारह लाख पचास हजार रेलवे कर्मचारियों को फायदा होगा।
बोनस की राशि सीधे कर्मचारियों के बैंक खातों में जाएगी। कैबिनेट ने कुल 94,916 करोड़ रुपयों का आवंटन किया है। इस फैसले के तहत 10.91 लाख से अधिक रेलवे कर्मचारियों को 78 दिनों के उत्पादकता से जुड़े बोनस के तौर पर 1865.68 करोड़ रुपये के भुगतान को मंजूरी दी गई।
#WATCH | Union Cabinet approves payment of Productivity Linked Bonus of 78 days for Rs. 1865.68 crores to over 10.91 lakh railway employees.
Approves doubling of the Bakhtiyarpur–Rajgir–Tilaiya railway line section in Bihar at a total cost of Rs. 2,192 crore.
Approves… pic.twitter.com/0Trpog2IrL
— ANI (@ANI) September 24, 2025
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस बार का बोनस कर्मचारियों को उनके मेहनत और उत्पादकता के आधार पर दिया जाएगा, जिसमें कर्मचारियों को नकद लाभ मिलेगा। इससे त्योहारों के दौरान उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
सरकार के बयान के मुताबिक, यह बोनस लगभग 11 लाख रेलवे कर्मचारियों को मिलेगा। यह बोनस उन सभी रेलवे कर्मचारियों को मिलेगा जो विभिन्न पदों पर कार्यरत हैं। इनमें ट्रैक मेंटेनर, लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर (गार्ड), स्टेशन मास्टर, सुपरवाइजर, टेक्नीशियन, टेक्नीशियन हेल्पर, पॉइंट्समैन, मिनिस्ट्रियल स्टाफ और अन्य ग्रुप C और D कर्मचारी शामिल हैं।
मोदी कैबिनेट ने बिहार में बख्तियारपुर-राजगीर-तिलैया तक रेलवे की डबल लेन को मंजूरी दी है, जिस पर 2,192 करोड़ रुपया खर्च किए जाएंगे। वहीं बिहार के बेतिया से झारखंड के साहेबगंज के लिए फोरलेन रोड के लिए 3822 करोड़ रुपये की राशि का आवंटन किया गया है। इसके साथ ही शिपब्लिडिंग और मेरीटाइम डेवलपमेंट के लिए 69,725 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।