एजेंसी, नई दिल्ली। एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफार्म्स (एडीआर) की भारत के सबसे अमीर मुख्यमंत्रियों की वार्षिक सूची में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू एक बार फिर शीर्ष पर हैं। उनकी 931 करोड़ रुपये की घोषित संपत्ति का अधिकांश हिस्सा उनके परिवार की डेरी रिटेल कंपनी हेरिटेज फूड्स लिमिटेड में हिस्सेदारी से आता है।
33 वर्ष पहले इस कंपनी की स्थापना उन्होंने बिना किसी सरकारी सहायता के की थी। चंद्रबाबू नायडू के पास हेरिटेज फूड्स लिमिटेड में कोई शेयर नहीं है। दूध और डेरी उत्पादों की खुदरा विक्रेता इस कंपनी की स्थापना 1992 में केवल 7,000 रुपये की शुरुआती पूंजी के साथ हुई थी। 1994 में यह शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुई। चंद्रबाबू की पत्नी भुवनेश्वरी नारा के पास 24.37 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जिसे चंद्रबाबू की संपत्ति में शामिल किया गया है।
हेरिटेज फूड्स में कुल 41.3 प्रतिशत हिस्सेदारी
नारा परिवार की हेरिटेज फूड्स में कुल 41.3 प्रतिशत हिस्सेदारी है। कंपनी का बाजार पूंजीकरण 1995 के 25 करोड़ रुपये से बढ़कर 4,381 करोड़ रुपये (बीएसई भाव के आधार पर) हो गया है। जून 2024 में इसका उच्चतम बाजार पूंजीकरण 6,755 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था और 1,81,907 शेयरधारक थे।
1992 में हुई कंपनी की स्थापना
हेरिटेज फूड्स के अधिकारियों ने बताया कि बिना सरकारी सब्सिडी की खुदरा कंपनी तभी सफल हो सकती है जब उत्पाद जनता को पसंद आए। यह कंपनी तब स्थापित हुई थी जब चंद्रबाबू सिर्फ विधायक थे। उन्होंने बताया कि संयुक्त आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू के गृह जिला चित्तूर में दूध का अधिशेष था और उत्पादकों के लिए विपणन संकट था। इसी अवसर से प्रेरित होकर उन्होंने 1992 में 1 करोड़ रुपये की अधिकृत पूंजी और 7,000 रुपये की चुकता पूंजी के साथ हेरिटेज फूड्स की स्थापना की।
अगले वर्ष कंपनी ने IPO लाई, जो 54 गुना ओवर सब्सक्राइब हुई। IPO से 6.50 करोड़ रुपये जुटाए गए। कंपनी ने प्रतिदिन 19,000 लीटर दूध प्रसंस्करण किया और पहले ही वर्ष 19 लाख रुपये के लाभ (PAT) के साथ 4.36 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया।
भुवनेश्वरी नारा कंपनी की प्रबंध निदेशक हैं, जबकि नारा ब्राह्मणी (चंद्रबाबू की पुत्रवधू) एक दशक से अधिक समय से कार्यकारी निदेशक हैं। ब्राह्मणी ने स्टैनफोर्ड बिजनेस स्कूल से स्नातक की डिग्री ली है और अग्रणी वैश्विक डेरी कंपनियों में काम किया है। भुवनेश्वरी के नेतृत्व में हेरिटेज फूड्स ने नौ राज्यों में विस्तार किया, और लगभग तीन लाख डेरी किसान इस कंपनी से जुड़े हैं। हेरिटेज दूध और दुग्ध उत्पाद अब 17 राज्यों में उपलब्ध हैं।
एडीआर रिपोर्ट में मुख्यमंत्रियों की संपत्ति