
डिजिटल डेस्क। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को पूरे दिन घनी धुंध की चादर छाई रही, जिससे वायु गुणवत्ता “बेहद खराब” श्रेणी में दर्ज की गई। मौसम और प्रदूषण विशेषज्ञों के अनुसार, मंगलवार को स्थिति और बिगड़ सकती है तथा हवा “गंभीर” स्तर तक पहुंचने की आशंका है।
स्विस वायु गुणवत्ता मॉनिटरिंग ऐप IQAir के अनुसार, सुबह 9:30 बजे दिल्ली का औसत एक्यूआई 253 दर्ज किया गया, जो “खराब” श्रेणी में था। शाम 5 बजे यह 244 रहा और रात 9 बजे तक इसमें कोई खास सुधार नहीं हुआ। दिल्ली के अधिकतर क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता “खराब” ही बनी रही।
बेहद खराब
वहीं, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, सुबह 9:30 बजे दिल्ली का औसत एक्यूआई 316 था, जबकि शाम 4 बजे यह घटकर 309 पर आया दोनों ही “बेहद खराब” श्रेणी में। बुराड़ी में स्थिति सबसे गंभीर रही, जहां AQI 400 पार पहुंच गया, जबकि वज़ीरपुर का एक्यूआई 390 दर्ज किया गया। CPCB के SAMEER ऐप के अनुसार, दिल्ली के 23 निगरानी केंद्रों ने 300 से अधिक की रीडिंग के साथ “बेहद खराब” वायु गुणवत्ता दर्ज की।
वायु गुणवत्ता चेतावनी प्रणाली ने बताया कि शाम और रात के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से आने वाली हवाओं की रफ्तार 8 किमी प्रति घंटा से कम हो गई, जिसके कारण प्रदूषक फैल नहीं पाए। रिपोर्ट में कहा गया कि जब वेंटिलेशन इंडेक्स 6,000 m³/सेकंड से नीचे और हवा की रफ्तार 10 किमी/घंटा से कम होती है, तो प्रदूषण का फैलाव रुक जाता है। इसी कारण मंगलवार को हवा “गंभीर” श्रेणी में रहने की संभावना जताई गई है।
सोमवार को PM 2.5 का स्तर 155 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और PM 10 का स्तर 278 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया। सीपीसीबी के मुताबिक, PM 2.5 बेहद सूक्ष्म और सांस के जरिए अंदर जाने वाले कण होते हैं, जबकि PM 10 में इससे बड़े कण शामिल रहते हैं। ऐसे में यह प्रदूषण सांस और दिल से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित लोगों, बच्चों और बुजुर्गों के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है।
सामान्य से अधिक तापमान
मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 17.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से थोड़ा अधिक था। आर्द्रता का स्तर 36 से 88 प्रतिशत के बीच दर्ज किया गया।