Delhi blast 10/11: जिस i-20 कार से दहली दिल्ली, वो पुलवामा के डॉ. उमर के पास कैसे पहुंची, पढ़ें पूरी कहानी
दिल्ली के लाल किले के पास हुए आई-20 कार (i-20) ब्लास्ट मामले में दिल्ली पुलिस ने कार की पूरी बिक्री चेन का पता लगा लिया है। जांच में सामने आया है कि यह कार कई हाथों से गुजरकर आखिरकार पुलवामा निवासी डॉक्टर उमर तक पहुंची थी, जिसके बाद धमाका हुआ।
Publish Date: Tue, 11 Nov 2025 12:01:51 PM (IST)
Updated Date: Tue, 11 Nov 2025 12:02:56 PM (IST)
सोमवार की शाम दिल्ली के लाल किले के पास हुए जोरदार धमाके में 9 लोगों की मौत गई।HighLights
- फरीदाबाद में विस्फोटक बरामद होने के बाद दिल्ली आया उमर
- लाल किले के पास आई-20 कार में सोमवार शाम हुआ विस्फोट
- दिल्ली पुलिस ने इस कार की बिक्री श्रृंखला का किया पर्दाफाश
डिजिटल डेस्कः (Delhi Blast 10/11/25): दिल्ली के लाल किले के पास हुए आई-20 कार (i-20) ब्लास्ट मामले में दिल्ली पुलिस ने कार की पूरी बिक्री चेन का पता लगा लिया है। जांच में सामने आया है कि यह कार कई हाथों से गुजरकर आखिरकार पुलवामा निवासी डॉक्टर उमर तक पहुंची थी, जिसके बाद धमाका हुआ।
शुरुआत में गुरुग्राम केसलमान के नाम रजिस्टर्ड थी
पुलिस के मुताबिक, यह कार (नंबर HR26CE7674) शुरुआत में गुरुग्राम के शांति नगर निवासी मोहम्मद सलमान के नाम पर रजिस्टर्ड थी। सलमान ने मार्च महीने में यह कार एक स्पेनी कंपनी को बेच दी थी। इसके बाद कंपनी से यह कार ओखला निवासी देवेंद्र, जो सेकेंड हैंड कार डीलर है, उसने खरीदी।
फरीदाबाद से पुलवामा तक का सफर
ओखला निवासी देवेंद्र ने यह गाड़ी फरीदाबाद के सोनू उर्फ़ सचिन को बेची, जिसने इसे आगे पुलवामा के तारिक को बेच दिया। दस्तावेजों में कुछ कमी रहने के कारण तारिक ने यह कार अपने साथी डॉ. उमर को औपचारिक रूप से ट्रांसफर नहीं की, लेकिन उसे कार इस्तेमाल के लिए सौंप दी थी।
दोपहर 3 बजे सुनहरी मस्जिद के सामने कार खड़ी की
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, फरीदाबाद में उमर के कुछ साथियों के पकड़े जाने और भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद होने के बाद उमर घबरा गया था। इसी घबराहट में वह विस्फोटक से भरी कार लेकर दिल्ली पहुंचा। बताया जा रहा है कि उसने दोपहर करीब 3 बजे लाल किले के पास सुनहरी मस्जिद के सामने पार्किंग में कार खड़ी की थी।
शाम 6 बजे उमर ने कार निकाली औरदरियागंज की ओर बढ़ा
करीब तीन घंटे बाद, शाम 6 बजे उमर ने कार निकाली और रिंग रोड होते हुए दरियागंज की ओर बढ़ा। तभी लाल किले के सामने पहुंचने पर कार में तेज धमाका हुआ, जिसमें उसकी मौत हो गई। जांच एजेंसियां दो संभावनाओं पर काम कर रही हैं। या तो उमर ने सुसाइड ब्लास्ट किया, या फिर कार में रखा विस्फोटक अकस्मात फट गया।
अगर फरीदाबाद में पकड़े गए आरोपियों और बरामद विस्फोटक के बाद दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर होतीं, तो शायद यह बड़ा आतंकी हादसा टल सकता था।