
डिजिटल डेस्क। दुलारचंद हत्या मामले में पटना पुलिस ने शनिवार देर रात बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने मोकामा विधानसभा क्षेत्र से एनडीए प्रत्याशी और पूर्व विधायक अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरफ्तारी की पुष्टि पटना एसएसपी कार्तिकेय के. शर्मा ने की है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीएम ने बताया कि जिला प्रशासन और पुलिस ने इस मामले को अत्यंत गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि घटना के बाद लगातार कार्रवाई की जा रही है। किसी भी असामाजिक तत्व द्वारा कानून तोड़ने या मामले को प्रभावित करने की कोशिश की गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हथियार सीज
डीएम ने यह भी कहा कि सभी हथियारों को सीज किया जाएगा और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि यदि किसी भी स्तर पर लापरवाही हुई, तो उन पर भी कार्रवाई होगी। साथ ही, जांच में बाधा डालने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पटना एसएसपी कार्तिकेय के. शर्मा ने बताया कि घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण थी। दोनों पक्षों ने एफआईआर दर्ज कराई है और कई गवाहों के बयान भी लिए जा चुके हैं। जांच में सामने आया कि घटना के दौरान आचार संहिता का उल्लंघन हुआ और प्रत्याशी अनंत सिंह वहां मौजूद थे। पुलिस ने अनंत सिंह, रंजीत राम और मणिकांत ठाकुर को गिरफ्तार किया है।
एफआईआर के आधार पर गिरफ्तारी
मामले में अब तक चार प्राथमिकियों के आधार पर कार्रवाई की गई है और कुल 80 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमें हत्याकांड के तीन मुख्य आरोपित भी शामिल हैं। पुलिस अन्य संदिग्धों से पूछताछ कर रही है, जबकि सीआईडी भी इस केस की जांच कर रही है।
इससे पहले एसएसपी ने सतर्कता में कमी और लापरवाही बरतने पर घोसवरी थानाध्यक्ष मधुसूदन कुमार और भदौर थानाध्यक्ष रविरंजन चौहान को निलंबित कर दिया था।
वहीं, राजद समर्थक गौतम कुमार की ओर से पंडारक थाने में चौथी प्राथमिकी दर्ज की गई है। आरोप है कि शव यात्रा के दौरान राजद प्रत्याशी वीणा देवी के काफिले पर पथराव किया गया था, जिसमें 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दुलारचंद यादव की हत्या के बाद प्रशासन ने मोकामा क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और प्रमुख उम्मीदवारों की निगरानी बढ़ा दी गई है।