नईदुनिया, जबलपुर। जबलपुर-मुंबई-जबलपुर गरीब रथ एक्सप्रेस (12187/88) की यात्रा अब आरामदायक होगी। शनिवार को नए एलएचबी के साथ यह ट्रेन पटरी पर उतरी। 22 कोच के नए रैक में 20 डिब्बे थर्ड एसी इकोनॉमी श्रेणी के हैं। ये डिब्बे पैसेंजर फ्रेंडली होने के साथ ही आधुनिक तकनीक से बने हैं।
नए कोच में झटके कम लगेंगे। ये अपेक्षाकृत अधिक सुरक्षित है। गाड़ी की गति को भी बढ़ाना संभव होगा। इसे 160 किमी प्रतिघंटे तक की गति से चलाया जा सकेगा। थर्ड ऐसी इकोनॉमी श्रेणी के डिब्बे से गाड़ी का रैक बदल दिए जाने से यात्रियों के लिए बर्थ संख्या में भी वृद्धि हुई है।
विशेष बात यह है कि गाड़ी पुराने (आईसीएफ) रैक में साइड सीट पर मिडिल बर्थ की समस्या का नए रैक से निदान हो गया है। थर्ड एसी इकोनोमी कोच में साइट में सामान्य डिब्बों की तरह दो बर्थ ही है। बड़ी राहत किराए के मोर्चे को लेकर भी है। गरीब रथ के लिए निर्धारित पुराने किराया दर ही अभी यात्रियों से वसूले जाने का निर्देश है।
लंबी प्रतीक्षा के बाद पमरे को नया रैक मिला है। थ्री एसी इकोनोमी कोच में हाइ वोल्टेज इलेक्ट्रिक स्विचगियर को डिब्बे के अंदर से हटा कर ट्रेन के निचले हिस्से में लगाया गया है। इससे कोच में 11 नई सीटों के लिए जगह मिल गई है।
इससे थ्री एसी के परंपरागत 72 बर्थ वाले डिब्बे की जगह पर थ्री एसी इकोनॉमी के प्रत्येक कोच में 83 बर्थ हो गई है। यह डिब्बे बेहतर इंटीरियर, प्रकाश व्यवस्था, प्रत्येक बर्थ पर चार्जिंग प्वाइंट जैसी कई यात्री अनुकूल सुविधाओं से सुसज्जित है।
जबलपुर-सीएसएमटी गरीब रथ एक्सप्रेस सप्ताह में तीन दिन संचालित होती है। यह जबलपुर से मुंबई के बीच एकमात्र सीधी गाड़ी है। जबलपुर से पुणे के लिए सप्ताह में एक दिन सीधी चलती है। इसलिए बड़ी संख्या में पुणे के यात्री भी गरीब रथ एक्सप्रेस में सवार होते हैं। गोवा जाने वाले यात्री भी गरीब रथ की सवारी करते हैं। शिरडी जाने वाले श्रद्धालु भी मनमाड़ तक गरीब रथ एक्सप्रेस में सफर करते हैं।