
SBI Gold Deposit Scheme । सार्वजनिक क्षेत्र के देश के सबसे बड़े बैंक SBI ने गोल्ड डिपॉजिट स्कीम को नए रूप में एक बार फिर लॉन्च कर दिया है। एसबीआई की इस गोल्ड फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम के तहत यदि ग्राहक बैंक में सोना जमा करता है और बदले में उसे अच्छा ब्याज मिलता है, वहीं सोना भी सुरक्षित रहता है। SBI Gold Deposit Scheme का फायदा सभी भारतीय उठा सकते हैं। साथ ही वह प्रॉपराइटर, HUF, म्यूचुअल फंड, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड जो सेबी से रजिस्टर्ड हो, कंपनी, चैरिटेबल इंस्टीट्यूशन और केंद्र या राज्य सरकार की कोई भी एंटिटी हो सकती है। इस स्कीम के तहत निवेशक को कम से कम 10 ग्राम सोने का निवेश करना होगा। इस योजना के तहत जमा किया गया सोना कॉइन, ज्वेलरी या गोल्ड बार के रूप में हो सकता है। इस योजना के तहत सोना जमा करने की अधिकतम सीमा निर्धारित नहीं कई है, यानी ग्राहक जितना चाहें उतना सोना निवेश कर सकता है।
SBI Gold Deposit Scheme में तीन तरह से करें निवेश
SBI Gold Deposit Scheme में 3 तरीके से निवेश किया जा सकता है। शॉर्ट टर्म डिपॉजिट 1-3 सालों के लिए होता है, वहीं मीडियम टर्म डिपॉजिट 5-7 सालों के लिए होता है। इसके अलावा इस योजना में लॉन्ग टर्म डिपॉजिट 12-15 सालों के लिए किया जा सकता है। शॉर्ट टर्म डिपॉजिट के अंतर्गत 1 साल के लिए जमा करने पर 0.50 फीसदी सालाना, 1-2 साल के लिए 0.55 फीसदी, 2-3 सालों के लिए 0.60 फीसदी का ब्याज दिया जाएगा।
ब्याज की राशि नगद लेने की सुविधा
मीडियम टर्म डिपॉजिट के लिए ब्याज दर 2.25 फीसदी सालाना और लॉन्ग टर्म डिपॉजिट के लिए ब्याज दर 2.50 फीसदी सालाना है। इस योजना के तहत मैच्योरिटी पर या तो सोना ले सकते हैं, या फिर वह नकदी भी ली जा सकती है। यदि सोना के रूप में ही रिटर्न लेता है तो 0.20 फीसदी का एडमिनिस्ट्रेटिव चार्ज कटता है। SBI Gold Deposit Scheme के तहत लॉक-इन पीरियड की बात करें तो शॉर्ट टर्म के लिए यह 1 साल, मीडियम टर्म के लिए 3 साल और लॉन्ग टर्म के लिए 5 साल है।