अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष के क्षैत्र में तीन बडे ऐलान करते हुए बताया कि भारत में उपचार कराने आने वालों को आयुष वीजा देंगे, उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद को आयुष मार्का जारी करेंगे तथा देश में आयुष पार्क नेटवर्क विकसित करेंगे। उन्होंने कहा कि 'हील इन इंडिया' भारत में बड़ा ब्रांड बन सकता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को अपने गुजरात दौरे के तीसरे एवं आखरी दिन गांधीनगर महात्मा मंदिर में आयोजित वैश्विक आयुष निवेशक एवं आविष्कार सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि आयुष क्षैत्र में निवेश व आविष्कार की अपार संभावनाएं हैं। कोरोना महामारी के दौरान दुनिया ने आयुर्वेद व परंपरागत उपचार को अपनाया, भारत से हल्दी का भारी निर्यात हुआ।
उन्होंने बताया देश में उपचार कराने आने वाले लोगों को भारत सरकार आयुष वीजा देगी, उच्च गुणवत्ता वाले आयुष उत्पाद को भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण आयुष मार्का जारी करेगी साथ ही भारत सरकार देश में आयुष पार्क विकसित करेगी तथा पिछले हफ्ते ही उसने ‘आयुष आहार’ नाम की एक नयी कैटेगरी भी घोषित की है। इससे पोषण देने वाले हर्बल उत्पाद को बढावा मिलेगा।
मोदी ने कहा यह पहला मौका है जब आयुष में निवेश एवं आविष्कार पर वैश्विक सम्मेलन का आयोजन किया गया इससे पहले विविध क्षेत्रों में निवेश के लिए सम्मेलन होते थे। मोदी ने कहा कि 2014 से पहले आयुष क्षेत्र में 3 बिलियन डॉलर का कारोबार था जो अब बढ़कर 18 बिलियन डॉलर तक हो गया है। भारत में टेलीमेडिसिन स्टार्टअप कल्चर को बढ़ावा देकर परंपरागत दवा एवं उपचार पद्धति को विकसित किया जाएगा।
मोदी ने बताया साल 2022 में ही अब तक भारत के 14 स्टार्ट-अप्स, यूनिकॉर्न क्लब में जुड चुके हैं। बहुत ही जल्द आयुष के हमारे स्टार्ट अप्स से भी यूनिकॉर्न उभर कर सामने आएंगे। भारत में हील इन इंडिया इसदशक का बहुत बडा ब्रांड बन सकता है। आयुर्वेद, यूनानी, सिद्धा आदि विद्याओं पर आधारित वेलनेस सेंटर बहुत प्रचलित हो सकते हैं।
इससे पहले मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगनाथ ने कहा कि दुनिया की 80 फीसद आबादी परंपरागत दवा का उपयोग करती है। भारत परंपरागत दवा व आयुष क्षैत्र में दुनिया का नेत्रत्व कर सकता है। भारत आर्थिक रुप से सक्षम है, उसने कोरोना महामारी के दौरान दुनिया को परंपरागत दवाएं व वैक्सीन उपलब्ध कराई है।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ टेड्रॉस ने प्रधानमंत्री मोदी से आयुष व हर्बल क्षैत्र के लिए दीर्घकाल की नीति बनाने का आग्रह किया। उन्होंनेे कहा प्रधानमंत्री मोदी की चैंपियनशिप लीडरशिप में ही हम आगे बढ सकते हैं। सम्मेलन में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीया, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल आदि भी उपस्थित रहे।
ट्रेड्रॉस बने तुलसी भाई
प्रधानमंत्री मोदी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक डॉ टेड्रॉस एडनॉम घेब्रेयेसस का गुजराती नाम तुलसी भाई रखा। दरअसल टेड्रास ने प्रधानमंत्री को कहा था कि जीवन के अहम पड़ाव में भारत के शिक्षकों का उन पर प्रभाव रहा तथा अब वे गुजराती हो गए हैं। इसलिए उनका कोई भारतीय नाम सुझाएं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारतीय संस्कृति में तुलसी की पूजा की जाती है एवं तुलसी विवाह का भी परंपरा है। महात्मा गांधी की भूमि पर नाम रखा इसलिए तुलसी के साथ भाई भी जोड़ता हूं।
हर पौधा जड़ी बूटी
प्रधानमंत्री मोदी ने रामायण का उल्लेख करते हुए कहा कि पौराणिक काल से भारत में परंपरागत दवा का उपयोग किया जा रहा है, जब भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण युद्ध में मूूर्छित हो गये थे तो हनुमानजी जड़ी बूटी लेकर आए जिससे उन्हें होश आया।