एजेंसी,नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऐलान किया है कि भारत अब फ्रांस की एयरोस्पेस कंपनी सफ्रान के साथ मिलकर पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों के इंजन का निर्माण देश में ही करेगा। यह कदम भारत की स्वदेशी रक्षा और एयरोस्पेस क्षमताओं को नई ऊंचाई देगा।
राजनाथ सिंह ने एक प्रमुख अंग्रेजी दैनिक के कार्यक्रम में कहा “भारत ने पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों के निर्माण की दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम बढ़ाया है। सफ्रान के साथ मिलकर हम अब भारत में ही इनका इंजन बनाएंगे।”
विदेशी कंपनियों को बुलावा
उन्होंने वैश्विक कंपनियों और निवेशकों को भारत के बढ़ते रक्षा विनिर्माण सेक्टर में शामिल होने का आमंत्रण दिया। साथ ही कहा कि सरकार सभी जरूरी मंजूरी और सहयोग प्रदान करेगी। राजनाथ ने कहा “मेक इन इंडिया का मतलब सिर्फ भारत के लिए नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए निर्माण है।”
मंत्रालय की पहल
यह घोषणा रक्षा मंत्रालय द्वारा हाल ही में उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (AMCA) कार्यक्रम को मंजूरी दिए जाने के बाद आई है।
निर्यात और उत्पादन में बढ़ोतरी
रक्षा मंत्री ने बताया कि बीते एक दशक में भारत का रक्षा निर्यात 35 गुना बढ़ा है। 2013-14 में जहां रक्षा निर्यात सिर्फ 686 करोड़ रुपये था, वहीं 2024-25 में यह 23,622 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। सरकार का लक्ष्य है कि 2029 तक रक्षा निर्यात 50,000 करोड़ रुपये तक पहुंचाया जाए। इसके अलावा, घरेलू रक्षा उत्पादन भी तीन गुना से अधिक बढ़कर 1.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है और मौजूदा वित्त वर्ष में यह दो लाख करोड़ रुपये के पार जाने की उम्मीद है।