Foreigners Settled in India: भारत के रंग में रंगे ये विदेशी, बना लिया कर्मभूमि , हिंदुस्तान के लिए छोड़ दिया अपना देश
Foreigners Settled in India ये मशहूर विदेशी मेहमान बनकर आए थे और भारत को ही अपनी कर्मभूमि बना लिया
By Sandeep Chourey
Edited By: Sandeep Chourey
Publish Date: Thu, 15 Jun 2023 02:51:34 PM (IST)
Updated Date: Thu, 15 Jun 2023 09:43:00 PM (IST)

foreigners settled in India। भारत की नागरिकता छोड़कर विदेश में बसने वाले अरबपतियों की संख्या में बीते साल की तुलना में काफी कमी आई है। हेनली प्राइवेट वेल्थ माइग्रेशन की 2023 की रिपोर्ट के अनुसार बीते एक साल में सिर्फ 6000 करोड़पति व अरबपति लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़कर विदेशी नागरिकता हासिल की है। भारतीय नागरिकता छोड़ने वाले लोगों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है। हालांकि जो लोग भारत की नागरिकता छोड़ रहे हैं, इसका मुख्य कारण टैक्स विसंगति बताया जाता है। भारत में अमीर लोगों को टैक्स भार ज्यादा है, जिससे अमीर लोग सालाना लाखों करोड़ों में टैक्स चुकाते हैं। लेकिन इससे अलग हम आपको यहां कुछ ऐसे लोगों के बारे में जानकारी दे रहे हैं, जो एक बार भारत आए और यहां के होकर रह गए। ये मशहूर विदेशी मेहमान बनकर आए थे और भारत को ही अपनी कर्मभूमि बना लिया। भारतीय समाज, संस्कृति उन्हें ऐसी रास आई कि पूरी जिंदगी भारत भूमि में खपा दी -
मदर टेरेसा
![naidunia_image]()
मदर टेरेसा का जन्म यूगोस्लाविया में हुआ था और 1929 में वे भारत आई थी। 1931 में वो नन बनने के बाद वे भारत में ही बस गई और गरीब महिलाओं को आगे बढ़ाने और उनके उत्थान के लिए जीवन भर काम किया। आज भी देश में मदर टेरेसा से जुड़े संस्थान देश में काम कर रहे हैं।
टॉम ऑल्टर
![naidunia_image]()
फिल्मों का शौकीन कोई ऐसा व्यक्ति नहीं होगा, जो टॉम ऑल्टर को नहीं जानता होगा। टॉम अल्टर भारत में ऐसे रमे कि भारतीय भाषा हिंदू स्पष्ट बोलने लगे थे। कई सुपरहिट फिल्मों में टॉम अल्टर ने शानदार अभिनय किया। भारत सरकार ने टॉम ऑल्टर को पद्मश्री से भी नवाजा था। टॉम उत्तराखंड के मसूरी के रहने वाले थे। उनके पूर्वज इंग्लिश व स्कॉटिश थे, जो भारत में ही बस गए थे। उनके दादा दादी नवंबर 1916 में ओहियो से भारत आए और यही बस गए थे।
ग्रेगरी डेविड रॉबर्ट्स
![naidunia_image]()
ग्रेगरी डेविड रॉबर्ट्स ऑस्ट्रेलिया के रहने वाले थे। ग्रेगरी का जन्म 1952 में मेलबर्न में हुआ था। शुरुआती जीवन में ग्रेगरी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त थे। 1980 में ऑस्ट्रेलिया में एक बैंक लूटने के बाद ग्रेगरी डेविड रॉबर्ट्स भारत आए थे, लेकिन फिर यही बस गए। ग्रेगरी डेविड रॉबर्ट्स ने भारत आकर अपना नाम ‘शांताराम’ रख लिया था और गरीबों के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
बॉब क्रिस्टो
![naidunia_image]()
बॉब क्रिस्टो भी मशहूर बॉलीवुड अभिनेता है, जो ऑस्ट्रेलिया छोड़ कर इंडिया में बस गए थे। फिल्मी दुनिया में उन्होंने काफी शोहरत पाई। 1980 और 90 के दौर कई हिंदी फिल्मों में उन्होंने खलनायक का किरदार निभाया था।
रुडयार्ड किपलिंग
![naidunia_image]()
बच्चों को काफी पसंद आने वाला कार्टून सीरियल ‘द जंगल बुक’ काफी लोकप्रिय है। ‘द जंगल बुक’ को मशहूर ब्रिटिश मूल के लेखक रुडयार्ड किपलिंग ने लिखा था। उन्हें भारत के रहस्यमयी जंगलों से काफी दिलचस्पी थी। वे भी भारत आकर बस गए थे और उन्होंने बच्चों के लिए जंगल पर आधारिक कई कहानियां लिखी।
मार्क टली
![naidunia_image]()
ब्रिटेन के मार्क टली का नाम भारत की परंपराओं और संस्कृति के प्रेमी के रूप में भी लिया जाता है। भारत में BBC के लिए काम करने आए थे, लेकिन भारतीय संस्कृति से ऐसे प्रभावित हुए कि यहीं बस गए।
जिम कॉर्बेट
![naidunia_image]()
आज जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान दुनिया भर में विख्यात है। इस उद्यान का नाम आयरिश मूल के व्यक्ति जिम कॉर्बेट के नाम पर ही रखा गया है। जिम कॉर्बेट को जंगल और जंगली जीवों से खासा प्यार था। भारत के जंगलों को समझने के लिए काफी गहराई से काम किया था।